Monday, July 1, 2024
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परिचालकों की हड़ताल से सीएनजी बसों का चक्का जाम

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  • प्रभारी एमडी की ओर से डब्लूटी को लेकर जारी आदेश के विरोध में वर्कशॉप परिसर में धरना-प्रदर्शन
  • अधिकारियों के साथ दिन भर चली कई दौर की वार्ता रही बेनतीजा

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: डब्लूटी को लेकर जारी किए गए एक आदेश के विरोध में महानगर सेवा के अंतर्गत चलने वाली सीएनजी बसों के परिचालकों ने हड़ताल करके सोहराब गेट डिपो की सिटी सेवा वर्कशॉप में धरना देते हुए हंगामा किया। अधिकारियों ने हड़ताल पर गए परिचालकों से वार्ता करके गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास किया, लेकिन दिन भर चली वार्ता के कई दौर बेनतीजा रहे।

महानगर बस सेवा के तहत सीएनजी की 98 बसें महानगर और देहात की विभिन्न मार्गों पर संचालित की जाती हैं। इन बसों के परिचालकों द्वारा पैसे लेकर टिकट न दिए जाने की शिकायत के संबंध में अधिकारियों के स्तर से सस्ती दिखाई गई है। महानगर बस सेवा के प्रभारी एमडी केके शर्मा आरएम मेरठ ने हाल ही में अपने स्तर से की गई चेकिंग के दौरान एक परिचालक को डब्लूटी के मामले में दोषी करार दिया और उसकी सेवा समाप्ति के आदेश जारी कर दिए।

इसी के साथ यह आदेश भी जारी किए गए कि एक से तीन डब्लूटी मिलने पर परिचालक से 400 रुपये जुमार्ना वसूल किया जाएगा। चार से पांच डब्लूटी मिलने पर जुर्माना राशि 500 रुपये कर दी जाएगी। इससे अधिक डब्लूटी मिलने पर परिचालक को सेवाओं से पृथक कर दिया जाएगा।

प्रभारी एमडी की ओर से जारी किए गए इन आदेशों में कहा गया है कि अगर छह से अधिक डब्लूटी पाई जाती है तो परिचालक की संविदा समाप्त कर दी जाएगी। इसके अलावा छह माह में अगर किसी परिचालक की 10 डब्लूटी होती है तो भी संविदा समाप्त की जाएगी।

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गुरुवार को इस तरह के आदेश की चर्चा जैसे ही परिचालकों के बीच पहुंची, उन्होंने शुक्रवार सुबह आठ बजे सीएनजी बसों की वर्कशॉप पहुंचकर बसों का संचालन करने की घोषणा की और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। परिचालकों की इस आकस्मिक हड़ताल के चलते शहर में चल रही 98 सिटी बसों के पहिए थम गए। शहर के सबसे व्यस्ततम बेगमपुल, रेलवे रोड, हापुड़ अड्डा, तेजगढ़ी चौराहा आदि मार्गों पर सीएनजी सिटी बसों का संचालन दिन भर ठप रहा।

उधर, वाट्सएप में धरना दे रहे परिचालकों का कहना है कि इस तरह तो किसी भी परिचालक की नौकरी सुरक्षित नहीं रहेगी। क्योंकि महानगर में थोड़ी-थोड़ी दूर पर बस स्टाप हैं। ऐसे में बस में यात्रियों की संख्या अधिक होने पर परिचालकों के लिए सभी यात्रियों का टिकट बनाना बहुत कठिन काम होता है। इसलिए भीड़ होने पर बस में एक-दो यात्री तो बिना टिकट मिल ही जाते हैं।

इसके अलावा उन्होंने डब्लूटी के मामलों को लेकर चल रही जांच में ड्यूटी से हटाए गए परिचालकों को वापस ड्यूटी पर रखने की मांग की है। वहीं सीएनजी बसों के परिचालकों की ओर से शुरू की गई हड़ताल की खबर पाकर सेवा प्रबंधक लोकेश कुमार राजपूत, एआरएम फाइनेंस मुकेश कुमार अग्रवाल संबंधित अधिकारियों को लेकर सोहराब गेट सिटी बस सेवा की वर्कशॉप पहुंचे। जहां दिन भर में वार्ता के कई दौर चले।

लेकिन देर शाम तक इन वातार्ओं से कोई नतीजा नहीं निकल सका। एक और परिचालकों अपनी हड़ताल को जारी रखने की घोषणा की है। दूसरी ओर अधिकारियों ने शनिवार सुबह से सीएनजी बसों का संचालन शुरू कराने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही है।

परिचालकों की ओर से डब्लूडी के संबंध में जारी किए गए आदेश का विरोध किया गया है। उनकी इस मांग को देखते हुए डब्लूडी के संबंध में एक दिन पहले जारी किए गए आदेशों को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। परिचालकों की हड़ताल के कारण बंद हुए सीएनजी बसों के संचालन से करीब 4-5 लाख रुपये की आय का नुकसान हुआ है। परिचालकों में अधिकांश काम पर आने की बात कर रहे हैं शनिवार सुबह सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करके सीएनजी बसों के संचालन का काम शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा। जिस परिचालक की सेवाएं बहाल करने के संबंध में मांग की गई है, उसको स्वयं मेरे (आरएम) द्वारा मौके पर डब्लूटी के मामले में पकड़ कर कार्रवाई की गई है। -केके शर्मा, आरएम, मेरठ परिक्षेत्र, प्रभारी एमडी महानगर बस सेवा

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