- भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने ‘जनवाणी’ के साथ बातचीत के दौरान किया स्पष्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: पंजाब के किसान नेता राजेवाल व हरमीत सिंह कादियान ने पंजाब में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इसको लेकर वेस्ट यूपी में भी सुगबुगाहट शुरू हुई, जिसके बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने ‘जनवाणी’ के साथ बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। नहीं कोई पार्टी बनाएंगे। परिवार से भी कोई चुनाव नहीं लड़ेगा।
भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक संगठन है और रहेगा। पंजाब में चुनाव लड़ने वाले किसानों को लेकर भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि राजेवाला व हरिमत सिंह कादियान का यह निजी फैसला हैं, संयुक्त किसान मोर्चा का इस फैसले से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने साफ कर दिया कि पंजाब में चुनाव लड़ने वाले किसान नेताओं का वह चुनाव प्रचार करने भी नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आचार संहिता तक भाकियू अपने पत्ते नहीं खोलेगी। चुनाव आचार संहिता लगने के बाद ही आगे की रणनीति का खुलासा करेंगे। उन्होंने कहा कि जो भी सरकार किसान विरोधी है, उन सरकारों के खिलाफ अपनी बात किसानों के बीच रखते रहेंगे।
इसके लिए पंचायत भी की जाएगी। ये पंचायत छोटी हो सकती है, फिर बड़ी पंचायत भी की जाएगी। किसानों को बताया जाएगा कि जो किसान विरोधी सरकारें है, उनके खिलाफ किसानों को एकजुट किया जाएगा। किसी पार्टी विशेष का प्रचार भी नहीं करेंगे। पूरी तरह से भाकियू अराजनीतिक बनी रहेगी। आचार संहिता लगने तक किसानों को सरकार क्या तोहफा देती हैं, यह देखना है।
उन्होंने कहा कि जिस किसी किसान नेता को चुनाव लड़ना है, वो अपने भरोसे पर चुनाव लड़े। उससे संयुक्त किसान मोर्चा का कोई लेना-देना नहीं होगा। यूपी ही नहीं, बल्कि जिस भी राज्य की सरकार किसान विरोधी है, उसके खिलाफ पंचायत की जाएगी। पंचायत बंद थोड़े हुई हैं। पंचायतें तो चल रही है। पंचायत का स्वरूप छोटा हो सकता हैं, लेकिन पंचायत का दौर जारी हैं। किसानों को जागरुक करने के लिए भाकियू का अभियान जारी रहेगा।