- कई टीमें सक्रिय फिर भी नतीजा सिफर, ग्रामीणों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: मवाना-फलावदा मार्ग पर कोचिंग सेंटर संचालक सोनू की हत्या को अंजाम देने वाले बदमाशों का पुलिस अभी तक सुराग नहीं लगा पाई। पुलिस की कई टीमें सक्रिय होने के बावजूद कोई नतीजा सामने नहीं आया है। गिरफ्तारी के लिए लगे जाम के दौरान पुलिस को मिली दो दिन की मोहलत की अवधि समाप्त हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ महापंचायत करने का ऐलान किया है।
गौरतलब है कि कोचिंग सेंटर संचालक सोनू की हत्या का खुलासा कराए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 6 घंटे तक मवाना फलावदा मार्ग पर जाम लगाया था। मौके पर मौजूद एसपी देहात व एडीएम तथा एसडीएम के समक्ष पुलिस ने दो दिन में घटना वर्कआउट करने का आश्वासन दिया गया था।
ग्रामीणों ने पुलिस को घटना के खुलासे के लिए दो दिन की मोहलत देकर जाम हटा लिया था। घटना वर्कआउट करने के लिए क्राइम ब्रांच सर्विलांस टीम एसओजी तथा कई थानों की पुलिस लगी हुई है। पुलिस महकमे के कई धुरंधर हत्यारों की पतारसी-सुरागरसी में जुटे हुए है इसके बावजूद पुलिस को हत्यारों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पा रहा है। घटना के कई दिन बाद भी पुलिस खाली हाथ है।
आस लगाए जा रहे हैं पुलिस का सूचना तंत्र फेल हो रहा है। पुलिस द्वारा अंधेरे में तीर चलाए जा रहे हैं पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है। सपा नेता मोनू पवार ने बताया कि पुलिस द्वारा दिए गए आश्वासन का कोई असर दिखाई नहीं दिया है।
पुलिस नाकामी छुपाने के लिए इंसाफ की आवाज बुलंद करने वालों पर ही मुकदमा दर्ज कर रही है। इस सनसनीखेज वारदात के खुलासे को लेकर पुलिस के पास कोई क्लू नहीं है। गुरुवार को मृतक के आवास पर ग्रामीण एकत्र हो गए। उन्होंने पुलिस की मोहलत की अवधि समाप्त होने पर महापंचायत करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी। बताया गया है कि रविवार को शोक सभा होगी तथा घटना के खुलासे की मांग को लेकर महापंचायत भी की जाएगी।
क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप सिंह का कहना है कि पुलिस घटना वर्कआउट करने के प्रयास में लगी हुई है। संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। सीओ ने बताया कि मृतक की रंजिश का कोई मामला सामने नहीं आया है।