- विद्युत विभाग ने मुआवजा देने की मांग स्वीकारी
जनवाणी संवाददाता |
मंसूरपुर: शटडाउन लेने के बावजूद अचानक बिजली आ जाने से खंबे पर चढ़कर काम कर रहे संविदाकर्मी लाइनमैन के पुत्र की मौत हो गई। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया।
भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने मृतक के परिजनों तथा ग्रामीणों के साथ मिलकर कुछ देर के लिए हाईवे जाम किया। सभी ने मिलकर बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन किया और मुआवजे की मांग की।
मौके पर पहुंचे बिजली विभाग के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों की आर्थिक मदद करने का आश्वासन दिया तथा मृतक के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजने की बात कही मगर, मृतक के परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए साफ इनकार कर दिया तथा शव को अंतिम संस्कार के लिए ले गए।
क्षेत्र के गांव जड़ौदा निवासी कय्यूम उर्फ नाजर बिजली के लाइनमैन पद पर संविदाकर्मी के रूप में काम करते है। कुछ दिन से बीमारी के चलते वह अपने पुत्र 25 वर्षीय जुबेर को काम करने के लिए अपने साथ ले जाते थे।
रविवार की सुबह करीब 7 बजे शटडाउन लेकर जुबेर जड़ौदा गुप्ता रिसोर्ट के पीछे खंभे पर चढ़कर काम कर रहे थे। अचानक बिजली आ गई जिससे करंट की चपेट में आने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया और सभी घटना स्थल की ओर दौड़ पड़े। शव को नीचे उतारने के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेताओं, परिजनों तथा गुस्साए ग्रामीणों ने हाईवे जाम कर दिया और विद्युत विभाग के खिलाफ प्रदर्शन करने लगे।
हाईवे जाम की सूचना पर सीओ खतौली आशीष प्रताप सिंह, एसडीएम सदर, थाना प्रभारी मनोज कुमार चाहल भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से वार्ता की।
ग्रामीणों ने विद्युत विभाग अधिकारियों को मौके पर बुलाने की बात कही तथा मृतक के परिजनों को मुआवजा दिलाने की मांग रखी। विद्युत विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम पर भेजने की बात कही। मगर परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया।