Monday, November 17, 2025
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नए भवन में ‘दीप’ नहीं जला पाए निगम अधिकारी

  • खोखले साबित हुए नगर निगम अधिकारियों के दावे, चींटी की चाल से हो रहा कार्यालय भवन का निर्माण

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: आम लोगों के सामने लंबे चौड़े दावे करने वाले नगर निगम के अधिकारियों के शास्त्रीनगर में नए कार्यालय भवन में दीपावली पर दीप जलाने का दावा भी खोखला साबित हुआ। नगर निगम के इस नए कार्यालय भवन का अभी तक सिर्फ ढांचा बनकर तैयार हुआ है। इसमें प्लास्टर तक नहीं हुआ। जिस चींटी की चाल से निर्माण कार्य चल रहा है, उसे देखते हुए नववर्ष तक कार्यालय का उद्घाटन होने की संभावना नहीं है।

दरअसल, नगर निगम का मुख्य कार्यालय थाना देहली गेट के सामने स्थित है। उक्त कार्यालय करीब 60 वर्षांे से उक्त परिसर में चल रहा है। घनी आबादी के बीच होने की वजह से यहां आने वाले लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। उक्त परिसर में बैंक वाली बिल्डिंग, बिजली विभाग वाली बिल्डिंग काफी पुरानी और जर्जर हो चुकी है। इसके अलावा हाउस टैक्स वाली बिल्डिंग भी काफी पुरानी हो चुकी है। उक्त परिसर में कई भवनों में नगर निगम के विभिन्न अनुभाग हैं।

इस दफ्तर आने वाले लोगों और अधिकारियों व कर्मचारियों के जाम में जूझने की समस्या को देखते हुए नगर निगम के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने दफ्तर को अन्यत्र शिफ्ट करने का निर्णय लिया था। नगर निगम की शास्त्रीनगर नई सड़क पर अपनी भूमि पर नया कार्यालय भवन बनाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए करीब 145 करोड़ रुपये का प्रस्ताव पास हुआ। गत वर्ष इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया। इस वर्ष अक्टूबर में इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरा होने का दावा नगर निगम के अधिकारियों ने किया था।

पिछली नगर निगम बोर्ड की बैठक में कई पार्षदों ने जब चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के अटल सभागार मे ं बैठक आयोजित करने को लेकर हंगामा किया तो तत्कालीन नगरायुक्त अमित पाल शर्मा ने दावा किया था कि इस बार दीपावली नए कार्यालय भवन में मनाई जाएगी। अगली बोर्ड बैठक भी नए भवन में आयोजित की जाएगी, लेकिन अभी तक उक्त भवन का ढांचा ही तैयार हो सका है।

इस भवन का प्लास्टर, फर्श पर पत्थर डालने का कार्य, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, प्लम्बर, बिजली की फिटिंग का कार्य, रैलिंग लगाने, स्मोक सेंसर, फायर फाइटिंग सिस्टम और सोलर पैनल सिस्टम लगाने का कार्य बाकी है। यह कार्य नववर्ष वर्ष तक भी होने की संभावना दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही। इस देरी की वजह है नगर निगम के अधिकारियों द्वारा उक्त भवन के निर्माण कार्य का अवलोकन न करना है। न तो कोई अधिकारी उक्त कार्य का अवलोकन करने की जहमत उठाते और न ही नगर निगम के निर्माण अनुभाग के इंजीनियर उक्त कार्य को देखने की जरूरत समझते हैं।

तेजी से चल रहा निर्माण कार्य: चीफ इंजीनियर

नगर निगम के निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर देवेन्द्र कुमार का कहना है कि शास्त्रीनगर में नगर निगम के नए कार्यालय भवन का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। फरवरी-2025 तक का समय ठेकेदार के पास है, लेकिन पहले ठेकेदार ने अक्टूबर तक भवन तैयार करने का दावा किया था, इसलिए तत्कालीन नगरायुक्त ने बोर्ड बैठक में अगली बोर्ड बैठक नए कार्यालय भवन में होने की बात कही थी। उनका प्रयास है कि इस वर्ष के अंत तक कार्य पूरा कर दिया जाए।

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