- प्रेमिका अस्पताल में, अन्य आरोपियों से पूछताछ कर रही पुलिस
जनवाणी संवाददाता |
किठौर/माछरा: बृहस्पतिवार देर शाम जब पूरा गांव रंग-बिरंगे दीप व कैंडल जलाकर अपने जगमगाते घरों में मिठाई और पकवानों का आनंद ले रहा था, लोग पटाखों के धूम-धड़ाके में सराबोर थे उसी वक्त शौल्दा की गली के कोने में बने अंधकारमय मकान में भूखी बैठी एक वृद्धा इकलौते चिराग के खाना लेकर लौटने का इंतजार कर रही थी। मां इंतजार कर सो गई, लेकिन वायदे के बावजूद बेटा नही लौटा।
शुक्रवार शाम व्याकुल मां ने उसे फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। तत्पश्चात वृद्धा दूधिया से संपर्क कर पौत्र के साथ घेर में पहुंची तो बेटा चारपाई पर लहूलुहान लाश बना पड़ा था। दृश्य देख मां दंग रह गई। पटाखों की धूम-धड़ाक के बीच उसके बेटे को सिर में गोली मारी गई थी। ग्रामीणों ने पुलिस को अवगत कराया। मृतक की बहन ने उसके साथ लिव इन में रह रही महिला समेत पांच लोगों के विरुद्ध नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है।
किठौर का शौल्दा निवासी आदेश (50) श्रीपाल दंपति का इकलौता बेटा था। आदेश के दो बेटे रोबिन (30) व नीशू (25) हैं। दोनों मानसिक संतुलन ठीक नही है। पत्नी राजबाला की करीब 12 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। ग्रामीणों ने बताया कि आदेश के गांव के दूसरे समुदाय की महिला से संबंध थे। पत्नी की मौत के बाद आदेश प्रेमिका के साथ अपने घेर में लिव इन में रह रहा था, जबकि उसके बेटे दादी यशपाल कौर के साथ घर पर रहते थे। पूरे परिवार का खाना आदेश की प्रेमिका बनाती थी। आदेश अपनी मां और बेटे को खाना व दूध देकर आता था।
बकौल यशपाल कौर बृहस्पतिवार सुबह करीब 10 बजे आदेश उन्हें खाना देकर शाम को दूध पहुंचाने का वायदा कर आया, लेकिन दूध लेकर पहुंचा नहीं। मां बेटे का इंतजार करके भूखी सो गई। दूसरा दिन (शुक्रवार) भी बीत गया, लेकिन न तो आदेश लौटा न रोटी और दूध। व्याकुल मां ने फोन किया तो कोई जवाब नहीं मिला। तत्पश्चात यशपाल कौर ने दूधिए रोहित को फोन किया तो उसने बताया कि बृहस्पतिवार शाम करीब 5:30 बजे आदेश ने ही दूध निकलवाया था, लेकिन शुक्रवार सुबह जब वह दूध लेने पहुंचा तो आदेश चारपाई पर मच्छरदानी लगाए था। दो-तीन आवाज देने पर भी वह नही बोला तो रोहित दूध निकालकर चला गया।
इस दौरान आदेश की प्रेमिका कमरे से निकली तो उसके माथे पर चोट व खून लगा था। रोहित ने बाल्टी में दूध बताया तो वह बिन बोले शौचालय में चली गई। शुक्रवार शाम रोहित दो बार दूध निकालने गया लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था। कई आवाज देने पर भी दरवाजा न खुला तो वह वापस लौट गया। ये सुन यशपाल कौर व्याकुल हो गई। उसने दूधिए को घेर में पहुंचने को कहा और खुद भी पोते रोबिन व मोहल्ले के लोगों के साथ घेर के दरवाजे पर पहुंची। बकौल वृद्धा उसने ग्रामीणों के साथ कई आवाज लगाईं। जिसके बाद प्रेमिका ने दरवाजा खोला।
वृद्धा, प्रेमिका के माथे पर चोट व खून देख डाक्टर को बुलाने की बात कहते हुए बेटे आदेश की चारपाई के पास पहुंची तो वह मृत पड़ा था। सिर के पिछले हिस्से से निकला खून उसकी चारपाई के नीचे जमा हुआ था। ये भयावह दृश्य देख यशपाल कौर की चीख निकल गई। इधर, ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी उधर प्रेमिका घटनास्थल से रफूचक्कर हो गई। बहरहाल सूचना पर पहुंची पुलिस ने देररात शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। मृतक की इकलौती बहन सरिता ने आदेश की प्रेमिका देववती, उसके पति बिजेंद्र, भाई मनोज और बेटों ललित व लोकेश के विरुद्ध हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। इंस्पेक्टर ब्रजेश पांडेय का कहना है कि दीपावली की शाम में हत्या किए जाने की आशंका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सब स्पष्ट हो जाएगा।
हत्या के बाद किया खानपान
सूत्रों के मुताबिक पुलिस जांच में सामने आया है कि देववती ने आदेश की हत्या के बाद उसके घेर में खाना व चाय बनाकर खानपान भी किया। चौखट में स्वयं मारकर माथा चोटिल कर लिया। इंस्पेक्टर ब्रजेश पांडेय का कहना है कि प्रथम दृष्टया संपत्ति (पैसे) को लेकर हत्या किया जाना लग रहा है। वास्तविकता जांच के बाद सामने आएगी। फिलहाल चार नामजदों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। देववती अभी अस्पताल में भर्ती है।
शराब के जरिए बने संपर्क
ग्रामीणों ने बताया कि देववती करीब 25 वर्ष से शराब तस्करी करती है। आदेश शराब का आदी था। गांव के दूसरे लोगों की तरह वह भी देववती के यहां शराब के लिए जाया करता था। इसबीच दोनों के अंतरंग संबंध बने और पत्नी की मौत के बाद दोनों लिव-इन में रहने लगे। कई लोगों ने दबी जबान से यहां तक कहा की अंतरंग संबंधों के बाद आदेश और देववती ने न सिर्फ स्लो प्वाइजन के जरिए राजबाला को ठिकाने लगाया बल्कि टोना-टोटका कर आदेश के लड़कों का मानसिक संतुलन बिगाड़ दिया। बताया ये भी गया कि आदेश का बड़ा बेटा रोबिन देववती के हाथ का बना खाना नही खाता था। बल्कि वह बाजारू चीजों से पेट भरता है।
घर में दबाना चाहते थे हत्या का राज
वारदात के बाद हत्यारे आदेश के शव को उसके घेर में बनी लहसुन की क्यारी में गाड़ देना चाहते थे इसके लिए उन्होंने कुछ खुदाई भी की, लेकिन जल्द राजफाश होने से नाकाम हो गए। लहसुन की क्यारी में खुदाई के साथ खुरपा व फावड़ा भी मिले हैं।
ब्रजघाट पर अंतिम संस्कार
पोस्टमार्टम के बाद शाम 4:30 बजे आदेश का शव गांव पहुंचा तो कोहराम मच गया। बाद में गढ़मुक्तेश्वर ब्रजघाट ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
संपत्ति के लिए हत्या
परिजनों और ग्रामीणों ने बताया कि आदेश ने हाल ही में पौने तीन करोड़ में आठ बीघा कृषि भूमि का सौदा किया है। जिसका 75 लाख रुपये बयाना भी आदेश को मिल चुका। बताया कि प्रेमिका देववती आदेश से बेची गई भूमि के रुपयों में हिस्सा मांग रही थी। आदेश जब कृषि भूमि बिक्री की रकम से कृषि भूमि खरीदने को कहता तो देववती अपने नाम भूमि कराने की जिद करती थी। जिसको लेकर दोनों में विवाद होता रहता था। देववती के भाई व अन्य रिश्तेदारों का आदेश के घर महीनों से आना जाना लगा हुआ था। देववती अपने पति व प्रेमी दोनों के साथ रहती थी।