Wednesday, July 3, 2024
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भ्रष्टाचार का ओवरलोड

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  • शहर में बेरोकटोक ओवरलोड वाहन धड़ल्ले से बेखौफ दौड़ रहे, पुलिस बनी मूकदर्शक

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: सड़क सुरक्षा माह बीत गया, इसके साथ ही भ्रष्टाचार का ओवर लोड हाइवे और सिटी में देखने को मिलता हैं, जिसे ‘जनवाणी’ के फोटो जर्नलिस्ट ने कैमरे में कैद कर लिया। एनएच-58 व शहर में भी ट्रैफिक पुलिस और आटीओ के आशीर्वाद से ये ओवर लोड वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं, इन्हें कैसे अनुमति दे दी जाती हैं, यह भी जांच का विषय हैं। आखिर इन वाहनों का चालन क्यों नहीं किया जाता हैं? यह बड़ा सवाल हैं।

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दुर्घटना भी हो रही हैं। हाइवे के किनारे ट्रक और ओवर लोड वाहन खड़े कर दिये जाते हैं, जो दुर्घटना की बड़ी वजह बन रहे हैं। शहर में कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिसके लिए जिम्मेदार कौन? आए दिन भीड़भाड़ वाले इलाकों में ओवरलोड वाहनों से हादसे हो रहे हैं, परंतु पुलिस और प्रशासन ने इनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। इसके चलते वाहन चालकों का मनोबल बढ़ रहा है, जोकि बिना किसी रोकटोक के नगर में ओवरलोड वाहनों को दौड़ा रहे हैं।

बेतरतीब तरीके से लदे यह वाहन नगर की यातायात व्यवस्था बिगाड़ने में भी साबित हो रहे हैं। एक बार पटरी से उतरी यातायात व्यवस्था घंटों तक सुचारु नहीं हो पाती, नतीजन स्थानीय लोगों के साथ ही राहगीरों और स्कूली बच्चों को जाम में फंस कर परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार तो इन वाहनों की वजह से हादसे भी हो जाते हैं। भीड़भाड़ वाले इलाके से गुजरने के दौरान यदि कोई हादसा हुआ तो उसके लिए स्थानीय प्रशासन भी कम जिम्मेदार नहीं होगा।

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जिला परिवहन और पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने से जिलेभर में बिना परमिट के आधा सैकड़ा से अधिक वाहन दौड़ रहे हैं। इनमें कई वाहन तो अनफिट भी हैं। इसके बावजूद लोगों की जान जोखिम में डालकर इन्हें चलाया जा रहा है। प्रशासन लाख दावे करे कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, बावजूद इसके मौत को दावत देते हुए ओवरलोड वाहन बेरोकटोक सड़कों पर बेधड़क गुजरते हैं। ऐसे में लगता है कि पुलिस प्रशासन को किसी बड़े हादसे का इंतजार है।

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