- दुहाई से साहिबाबाद के बीच नवम्बर से दौड़ेगी रैपिड रेल
- तीन चरणों में शुरु होगा रैपिड का संचालन
- पहला चरण 17 किलोमीटर होगा लंबा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: रैपिड ट्रेन जल्द ही लोगों को ट्रैक पर दौड़ती हुई नजर आएगी। इसके लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। गाजियाबाद के दुहाई डिपो से साहिबाबाद के बीच कुल 17 किमी के हिस्से में दो माह बाद यानि नवम्बर में यह ‘रन’ प्रस्तावित है। फिलहाल यह ‘रन’ सिर्फ ट्रायल रन होगा। इसके लिए युद्ध स्तर पर तैयारी चल रही हैं। एनसीआरटीसी के प्रेस प्रवक्ता पुनीत वत्स ने बताया कि रैपिड के पहले चरण के संचालन के लिए दुहाई से साहिबाबाद के बीच सभी तैयारियों को अन्तिम रुप दिया जा रहा है।
रैपिड का संचालन कुल तीन चरणों में प्रस्तावित है। पहले चरण में संचालन अगले वर्ष मार्च में दुहाई से साहिबाबाद के बीच, दूसरे चरण में संचालन अक्टूबर 2023 में ही दुहाई से मेरठ दक्षिण के बीच और 82 किलोमीटर के सम्पूर्ण कॉरिडोर पर संचालन 2024 तक प्रस्तावित है। रैपिड हालांकि पूरी तरह से ‘मेक इन इंडिया’ है लेकिन इसका संचालन जर्मनी की कम्पनी के हाथों में रहेगा।
बताते चलें कि मेक इन इंडिया यह रैपिड ट्रेन पूरी तरह से आधुनिक है इसलिए इसके संचालन में जर्मनी की कम्पनी की ही मदद ली जाएगी। रैपिड प्रशासन के अनुसार सामान्य मेट्रो ट्रेनों की अपेक्षा रैपिड का संचालन व सुविधाएं दोनों अलग हैं।
देश में रैपिड अपने किस्म की पहली ट्रेन है साथ ही साथ रैपिड के ट्रैक पर मेट्रो भी दौड़ेगी, यह भी अपने आप में कम आश्चर्यजनक नहीं है। यह भी देश में पहली बार होगा। दरअसल, मेरठ में मेट्रो सेवा रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) कॉरिडोर के बुनियादी ढांचे पर ही विकसित की जा रही है।
दिल्ली रोड पर सुकून लेकिन हापुड़ रोड पर होगी टेंशन
रैपिड के शुरु होने के बाद दिल्ली रोड पर (परतापुर से मोदीपुरम) जहां ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा वहीं हापुड़ एवं गढ़ रोड पर ट्रैफिक का अतिरिक्त दवाब बढ़ने से ट्रैफिक पुलिस की सरदर्दी बढ़ सकती है। इस बात की अपेक्षा की जा रही है कि रैपिड शुरु होने के बाद दिल्ली रोड का पब्लिक ट्रांसपोर्ट हापुड़ एवं गढ़ रोड पर शिफ्ट हो सकता है जिसके चलते पहले से ही बेतरतीब हापुड़ रोड की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से धड़ाम हो सकती है।
मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर पर अभी असमंजस
मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर (श्रद्धापुरी कंकरखेड़ा से गोकलपुर गढ़ रोड) पर काम कब से शुरु होगा और कौन कम्पनी इस पर काम करेगी, इसको लेकर अभी असमंजस की स्थिति है लेकिन सच्चाई यही है कि जब तक हापुड़ और गढ़ रोड पर मेट्रो का संचालन शुरु नहीं हो जाता तब तक मेरठ को ट्रैफिक के दबाव से मुक्ति नहीं मिल पाएगी।