- 16 सूत्रीय मांगो को लेकर ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा
जनवाणी ब्यूरो |
नांगलसोती: केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में माकपा ने प्रदर्शन किया। इस दौरान माकपा कार्यकर्ताओं ने 16 मांगों के ज्ञापन राष्ट्रपति को भेजा।
मंगलवार को भारत की कम्युनिष्ट पार्टी मार्क्सवादी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र और राज्य सरकार की जनविरोधी नीतियों के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान माकपा जिला कमेटी सदस्य कामरेड बिजेंद्र सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार देश में फैल रही कोविड 19 की महामारी की उपेक्षा करते हुए, संसद में बिना चर्चा के जन विरोधी कार्य कर रही है।
सरकारी उपक्रमों को बेचना, जनसुविधाओं में कटौती जारी है। केंद्र सरकार कोविड 19 की रोकथाम करने में उदासीन हो रही है। जिस कारण आज यह बीमारी चरम पर है। जिस कारण लोगों के सामने रोजी रोटी का संकट गहराता जा रहा है।
जिसके बाद माकपा कार्यकर्ताओं ने आयकर नहीं भरने वाले प्रतिएक परिवार को 7500 रुपए प्रति महीना दिया जाने, सभी जरूरतमंदों को 6 माह तक प्रति व्यक्ति 10 किलों राशन मुफ़्त दिया जाने, मनरेगा में 200 दिन का रोजगार दिया जाने, अंतर्राष्ट्रीय प्रवासी कामगार कानून 1979 को रद्द नहीं किए जाने, दलितों, आदिवासी, महिलाओं के यौन शोषण और जातिवादी हिंसा के दोषियों को सख्त सजा दिए जाने, मौजूदा श्रम कानूनों को निरस्त और निलम्बित नहीं किये जाने आदि मांगों का 16 सूत्रीय ज्ञापन राष्ट्रपति को ईमेल के माध्यम से भेजा। इस दौरान विजय चौधरी, कलवा सिंह सुरेन्द्र सिन्हा, मुकेश शर्मा, सुनील कुमार, सुशील कुमार आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।