Saturday, July 27, 2024
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सिर पर झूल रही मौत, जिम्मेदार अंजान

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  • नागरिकों की शिकायत पर नहीं हो रही कार्रवाई, रोष
  • सड़क पर नागरिक जान हथेली पर रखकर घूम रहे

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: जिले में सड़क पर निकलना मतलब जान हथेली पर रखकर घूमना। हर पल सिर पर मौत मंडराती रहती है, लेकिन हुक्मरानों को हादसों का इंतजार है। जिले में बिजली के तार हादसों को दावत दे रहे हैं। हर महीने सुविधाओं के नाम पर लाखों रुपये खर्च करने का दावा किया जाता है, लेकिन हकीकत दावों को खोखला साबित कर रही है।

शहर में झूलते विद्युत तार जानलेवा बन रहे हैं। आए दिन टूटने वाले तारों को लेकर परेशान लोगों की शिकायतों पर भी विभाग नजरअंदाज करता दिखाई दे रहा है। ऐसा लगता है कि शायद उन्हें हादसों का इंतजार है। कई जगहों पर इस तरह के दृश्य देखे जा सकते हैं। पूरे शहर में कहीं भी तारों के नीचे जालियां नहीं है।

रिहान गार्डन चार खंभा रोड, समर गार्डन रोड से गुजर रही लाइन भी जालियों के बगैर हैं। यहां से रोज हजारों की संख्या में बच्चे गुजरते हैं, लेकिन कोई व्यवस्था नहीं की गई। विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते शहर में कई हाइटेंशन पोल बड़े हादसों का संकेत दे रहे हैं। इन हाइटेंशन पोलों की देखरेख के अभाव में जर्जर हाइटेंशन पोल हादसे को निमंत्रण दे रहे हैं। इन हाइटेंशन पोलों को लेकर तमाम शिकायतों के बावजूद संबंधित अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हुए, बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं। इस संबंध में विद्युत विभाग के अधिकारियों को क्षतिग्रस्त हाइटेंशन पोल की जानकारी तक उपलब्ध नहीं है।

बिजली के कर्मचारी नहीं दे रहे ध्यान

बिजली के कई क्षतिग्रस्त हाइटेंशन पोल हादसों को न्योता दे रहे हैं। कब राहगीर के माथे पर ये हाइटेंशन पोल गिर जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता है। वहीं, इन जर्जर हाइटेंशन पोल के कारण रोड पर बड़े दुर्घटना की भी आशंका बनी हुई है। इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा है। विभागीय लापरवाही के कारण अक्सर व्यस्त रहने वाले शहर की इन सड़कों पर चलने वाले लोगों की जान पर खतरा मंडरा रहा है।

हर दिन इन सड़कों से हजारों लोग आना-जाना करते हैं। जिससे नागरिक काफी परेशान हैं। लोगों ने बताया है कि कई बार बिजली के कर्मचारियों को इस बात से अवगत कराया गया, लेकिन इस तरफ कोई भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिससे कोई बड़ी घटना होने की आशंका नागरिकों में बनी रहती है। हालांकि इस बाबत अफसरों से जब बात की गई तो उन्होंने कहा इस तरह की कोई भी लिखित सूचना उनको नहीं है। अब जानकारी उन तक पहुंची है, जल्द की जांच करा कर नया हाइटेंशन पोल लगवाने का काम किया जाएगा।

हो रही शिकायत की अनदेखी

रिहान गार्डन चार खंभा रोड, समर गार्डन रोड पर अगर यह हाइटेंशन पोल गिर जाता है तो बड़ा हादसा हो सकता है। आसपास के घरों को भी चपेट में ले सकता है। यहां हर समय आवागमन होता रहता है। इसको लेकर लोगों की ओर से कई बार सूचना देने के बाद भी कोई समाधान नहीं किया जा रहा है। इसी तरह शहर में भी कई हाइटेंशन पोल क्षतिग्रस्त हैं, एक हाइटेंशन पोल तो गिरने की स्थिति में खड़ा है।

जब इस हाइटेंशन पोल को लगाया था तब यह सड़क की एक तरफ खड़ा था। मगर अब तो यह झुककर आधी सड़क तक गया है। खंभा झुकने से विद्युत तार भी ढीले पड़ गए, इस मार्ग से बड़ा वाहन गुजरने से हादसा हो सकता है। आसपास के व्यापारियों ने कई बार संबंधित अधिकारियों को हाइटेंशन पोल ठीक करने की शिकायत कर चुके हैं। लेकिन, कई महीनों से संबंधित अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। इससे लोगों में आक्रोश बढ़ रहा है।

कई जगह क्षतिग्रस्त हैं हाइटेंशन पोल

समर गार्डन रोड, बागपत रोड पर हाइटेंशन पोल जगह-जगह क्षतिग्रस्त है। इस कॉलोनी में तीसरी गली में लोहे का हाइटेंशन पोल सड़क के ठीक बीचों-बीच खड़ा है। बारिश के समय इसमें करंट प्रवाहित होने से कई पशु इसकी चपेट में गए थे। हाइटेंशन पोल सड़क के बीचों-बीच होने के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं।

बड़े वाहन भी नहीं निकल सकते हैं। आसपास के घरों के बच्चे कई बार खेलते-खेलते इस खंभे तक पहुंचते हैं। जिससे घर वालों को हर समय इसकी निगरानी करनी पड़ रही है। शहर में कहीं बिजली के तार व केबिल लटक रही है तो कहीं हाइटेंशन पोल झुके हुए हैं। यह अव्यवस्था गर्मी में बिजली आपूर्ति में मुसीबत खड़ी कर सकती है, लेकिन मेंटीनेंस कार्य को लेकर अभी बिजली महकमा गंभीर नहीं है। शायद उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है।

बढ़ने लगी बिजली की डिमांड

गर्मी बढ़ने पर बिजली की डिमांड बढ़ जाती है। ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ जाता है। क्योंकि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ती है वैसे-वैसे कूलर, पंखे और एसी चालू हो जाते हैं। इससे विद्युत लाइनों और ट्रांसफार्मरों के फाल्ट में वृद्धि होती है और आपूर्ति प्रभावित होती है। इसे सुचारू रखने के लिए गर्मी से पहले मेंटीनेंस कार्य किए जाते हैं। इस दौरान बिजली लाइनों के लटकते तार व केबिल ठीक किए जाते हैं।

ट्रांसफार्मरों में तेल बदलने के साथ जरूरत के अनुसार उनकी क्षमता वृद्धि की जाती है, लेकिन अभी तक मेंटीनेंस कार्य को लेकर बिजली महकमे में कोई सुगबुगाहट नहीं है। मालूम हो कि विद्युत वितरण मंडल के सामने गर्मी के महीनों से यह दिक्कत खड़ी हुई थी, लेकिन विद्युत विभाग के अधिकारी इस ओर से अनजान बने हुए हैं।

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