- एक्सप्रेस-वे पर चल रहा है पौधे लगाने का अभियान अभी नहीं लगी स्ट्रीट लाइट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन का मुहूर्त आ गया है। जनवारी 2021 में इसका तोहफा जनता को मिलने जा रहा है। एक्सप्रेस-वे की एंट्री प्वांइट को छोड़ दे तो बाकी हिस्सा बनकर तैयार हो गया है। सड़क के बीच में बनायी गई ग्रीन बेल्ट में देशी और विदेशी फूलों के पौधे लगाये जा रहे हैं। एक्सप्रेस-वे पर स्ट्रीट लाइट का अभी लगना बाकी है, जिसमें दिसंबर में फाइनल करने की बात की जा रही है।
परतापुर में एंट्री प्वांइट बन रहा है, जो फिलहाल अधूरा है। कड़ाके की ठंड पड़ने से कुछ काम प्रभावित हो गया है, जो काम में तेजी पहले देखी जा रही थी, वह अब नहीं दिख रही है। एनएचएआई के अधिकारी इसकी वजह ठंड ज्यादा बढ़ना बता रहे हैं।
हालांकि दिन में काम तेज चलना बताया जा रहा है। रात में भी काम चल रहा था, जो फिलहाल बंद हो गया है। एक्सप्रेस-वे पर एंट्री प्वांइट छोड़ दिया जाए तो एक्सप्रेस-वे पर काम लगभग फाइनल दौर में पहुंच गया है। सड़क के बीच में एक्सप्रेस-वे पर ग्रीन बेल्ट बनायी गयी है, जिसमें देशी और विदेशी फूलों के पौधे तेजी से लगाये जा रहे हैं। बड़ी मात्रा में पौधे लगाये गए हैं।
स्ट्रीट लाइट का काम गाजियाबाद जनपद में चल रहा है, फिलहाल स्ट्रीट लाइट मेरठ की सीमा में नहीं लगी है। इस पर भी तेजी से काम होगा, लेकिन ठंड की वजह से काम रुक गया है। दिसंबर तक स्ट्रीट लाइट का कार्य भी फाइनल किया जाना है। इसी तरह से परतापुर एंट्री प्वांइट पर यदि दिसंबर तक काम फाइनल होता है तो 2021 जनवरी के प्रथम सप्ताह में उद्घाटन किया जा सकता है।
हालांकि उद्घाटन को लेकर कोई बात एनएचएआई नहीं कर पा रहा है। वैसे तो कई बार इसके उद्घाटन की तिथि फिक्स की जा चुकी है, मगर बार-बार तिथि आगे बढ़ा दी जाती है। इस बार काम तेजी से चला है, जिसके चलते 2021 में जनता को दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे की सौगात जनता को मिलेगी। एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन भले ही जनवरी में हो, मगर गाड़ियों ने अभी से इस पर फर्राटा भरना शुरू कर दिया है।
काशी में एक्सप्रेस-वे से नीचे उतरने का रास्ता बनाया गया है, जहां से वाहन नीचे उतर जाते हैं। गाजियाबाद के डासना से वाहन ऊपर चढ़ जाते हैं, जो मेरठ तक पहुंच जाते हैं। एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भर रहे वाहनों को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस भी लगाई गयी है, फिर भी चोरी-छिपे वाहन एक्सप्रेस-वे पर दौड़ रहे हैं, जिनको रोका नहीं जा सका। ऐसे में एक्सप्रेस-वे पर काम करने वालों के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है। ट्रक व अन्य वाहन एक्सप्रेस-वे के लिए सामान की ढुलाई करते हैं, उनसे दुर्घटना की संभावनाएं बनी रहती है।