- गॉडविन की ग्रीन वुड सिटी के पीछे बागपत रोड से महरौली के बीच का क्षेत्र आवासीय के लिए किया चयनित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महायोजना 2031 क्या हैं? इसे जनता के लिए मेरठ विकास प्राधिकरण ने प्रदर्शित कर दिया हैं। महायोजना में इस बार आर-जोन, यानि कि आवासीय क्षेत्र के लिए दिल्ली रोड एनएच-58 पर बड़ा ऐरिया बनाया गया है तथा रोहटा रोड पर भी आर-जोन बनाया हैं। महरौली, गॉडविन की ग्रीन वुड सिटी के पीछे बागपत रोड से महरौली के बीच करीब 10 किलोमीटर के क्षेत्रफल को आवासीय के लिए चयनित किया गया है। रोहटा रोड पर सिधावली-लखवाया के जंगल को भी आवासीय में घोषित किया गया है। खडौली के पीछे का जंगल भी आवासीय क्षेत्र में एमडीए ने रखा हैं।
महायोजना-2031 में नया औद्योगिक हब गंगा एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के पांचवें चरण (हापुड़ रोड से जैनुद्दीनपुर तक) के किनारे प्रस्तावित किया गया है। महायोजना में शामिल कस्बों को भी औद्योगिक क्षेत्र में शामिल किया गया है। इससे मेरठ में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और शहर तेजी से एनसीआर का नया औद्योगिक हब बन सकेगा।
दौराला और कायस्थ गांवड़ी में 800 हेक्टेयर में विकास क्षेत्र रहेगा। इसी के तहत 400-400 हेक्टेयर के दो विशेष विकास क्षेत्र प्रस्तावित किए गए हैं। शासन की ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी लागू होने के बाद यहां मिश्रित भू-उपयोग अनुमन्य होगा। इन इलाकों में नीचे कार्यालय और ऊपर मकान भी बनाए जा सकेंगे। इसी को देखते हुए शहर के दिल्ली रोड और रुड़की रोड पर दो विशेष विकास क्षेत्र दिए गए हैं।
…अब कस्बों में भी बनेगा ट्रांसपोर्टनगर
सर्वाधिक प्लानिंग मवाना, सरधना और हस्तिनापुर को लेकर एमडीए ने की हैं। यहां पर औद्योगिक हब की संभावनाओं को देखते हुए महायोजना में प्रस्तावित किए गए शहरी केंद्रों पर ट्रांसपोर्ट नगर प्रस्तावित किए गए हैं। हस्तिनापुर, मवाना, लावड़, सरधना आदि में ट्रांसपोर्ट नगर क्षेत्र लिया गया है। वहीं, रैपिड रेल के एलाइनमेंट के 500-500 मीटर दूरी पर प्रभाव क्षेत्र तय किए गए हैं।
अगले कुछ दिनों में सरकार की आने वाली ट्रांजिट ओरियंटेड पॉलिसी में मिश्रित भू-उपयोग का फायदा भी जनता को मिल सकता है। दौराला में एकमात्र लॉजिस्टिक पार्क का प्रस्ताव रखा गया है। कोलकाता से लुधियाना तक बनाए जा रहे ईस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के एलाइनमेंट पर दौराला में एकमात्र लॉजिस्टिक पार्क महायोजना में रखा गया है। इससे मेरठ के उत्पाद मुंबई और कोलकाता तक ले जाना सुविधाजनक होगा। ये प्रोजेक्ट भी मेरठ के लिए एक नई संभावनाओं को पूरा करने में मदद करेगा।
महायोजना-2031 में प्रस्तावित भू-उपयोग क्षेत्रफल
आवासीय 12434.56 हेक्टेयर
व्यावसायिक 1213.03 हेक्टेयर
औद्योगिक 3487.46 हेक्टेयर
पब्लिक एंड सेमी पब्लिक 3184 हेक्टेयर
पार्क और ओपन स्पेस 6065.15 हेक्टेयर
यातायात और परिवहन 3032.58 हेक्टेयर
अन्य 909.77 हेक्टेयर