- चौ. राकेश टिकैत के ऊपर हुए हमले के विरोध में प्रधानमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: कर्नाटक के बेंगलुरु में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकट के ऊपर हुए हमले और अभद्रता के विरोध में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन द्वारा जिलाधिकारी को प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया गया।
सर्वप्रथम भारतीय किसान यूनियन जिला कार्यालय मुजफ्फरनगर पर सभी कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी और किसान इकट्ठा हुए और वहां से पैदल ही जिला कलक्ट्रेट कंपाउंड स्थिति जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचे और वहां बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। धरना प्रदर्शन में बोलते हुए ओमपाल सिंह मलिक प्रदेश सचिव ने बाबा महेंद्र सिंह टिकैत के समय से लेकर अब तक की भारतीय किसान यूनियन की कार्यशैली पर प्रकाश डाला और इस अवसर पर पंडित योगेश शर्मा जिला अध्यक्ष मुजफ्फरनगर ने कहा कि कर्नाटक में हुई घटना सरकार के इशारे पर हुई है और सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। सरकार यह ना समझे कि चौधरी राकेश टिकैत पर हमला करके किसानों की आवाज को दबाया जा सकता है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि हम भारत सरकार से चौधरी राकेश टिकैत की सुरक्षा के मद्देनजर जेड श्रेणी की सुरक्षा की मांग करते हैं। इस अवसर पर बोलते हुए मंडल अध्यक्ष सहारनपुर नवीन राठी ने भी कहा कि किसान को जितना यह सरकार दबाने की कोशिश करेगी कि किसान उससे दोगुनी ताकत के साथ मुखर होकर इस सरकार का सामना करने के लिए तैयार हैं। चौ. राकेश टिकैत पर किया गया हमला किसान के अस्तित्व और किसान की अस्मिता पर हमला है, जो बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर लोक दल के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर ने भी बड़े कड़े शब्दों में कहा कि यह सरकार किसान विरोधी सरकार है और इस सरकार ने आंदोलन से लेकर अब तक चौधरी राकेश टिकैत को दबाने की कोशिश की है उस साजिश का पुरजोर विरोध किया गया है और आगे भी किया जाएगा। चौधरी राकेश टिकैत पर हमला प्रत्येक किसान पर हमला है और इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदेश सचिव चांदवीर फौजी, जिला मीडिया प्रभारी चौधरी शक्ति सिंह, मंडल उपाध्यक्ष राजेंद्र बालियान, अंकित राठी, साजिद कुरैशी, मोनू ठाकुर, तुषार शर्मा, मेनपाल, परमेंद्र ढाका, सतेंद्र चौहान, विकास चौधरी, विकास शर्मा, कपिल सोम, गुलबहार अली, आबिद अली, सोनिया सैनी, सोहनवीरी, सतीश रॉयल, मांगेराम त्यागी, शशि गुर्जर, नितिन राठी, रवि पाल चंदेल, समरजीत, सरबजीत सिंह व सैकड़ों कार्यकर्ता पदाधिकारी व किसान मौजूद रहे।