- टेक्नीशियन ने सीक्रेट इंफारमेशन लीक कर करवाई 15 लाख की लूट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: इंडिया वन कंपनी में काम कर चुका एक कर्मचारी लग्जरी लाइफ जीना चाहता था। इसके चक्कर में वह कर्जदार बन गया। इससे पहले वह नौकरी छोड़ चुका था। इसी बीच युवक पर कर्ज की रकम लौटाने का दबाव बढ़ने लगा। परेशानी बढ़ता देख युवक अब इस जुगत में लग गया कि इस मुसीबत से कैसे पार पाया जाए। …और फिर युवक बनाई ऐसी रणनीति कि कहानी सुनकर पुलिस टीम भी चकरा गई। हालांकि पुलिस टीम ने लुटेरों को दबोच लिया है।
मेरठ पुलिस लाइन में एक लूटकांड का खुलासा करते हुए एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने बताया कि मवाना पुलिस चौकी के पास इंडिया वन कंपनी जो एटीएम में पैसा डालने का काम करती है। उसके कर्मचारी नंदन सिंह से दो बदमाशों ने बाइक से 15 लाख रुपयों से भरा बैग लूटा था। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस तीन बदमाशों तक पहुंची। तीनों ने अपना जुर्म कुबूल किया है। लूटकांड में अंकित, विकास, कोमल उर्फ आदर्श शामिल हैं। ये तीनों खजूरी गांव मेरठ के रहने वाले हैं।
लूटकांड का मास्टरमाइंड है विकास
इस पूरी लूट का मास्टमाइंड विकास है। क्योंकि, विकास इंडिया वन में टेक्नीशियन था। उसने एक साल पहले किन्ही कारणों से नौकरी छोड़ दी थी। हालांकि उसे कंपनी से जुड़ी सारी जानकारी थी। नौकरी छोड़ने के बाद विकास बेरोजगार हो गया था। उस पर गांव में 70 हजार रुपयों की उधारी थी। आए दिन उधारी मांगने लोग उसके घर आते थे।
ऐसे बनाया था प्लॉन
विकास ने उधारी चुकाने के लिए लूट का एक प्लान बनाया। लूट के लिए उसने कंपनी के कर्मचारी नंदन को टार्गेट किया। नंदन के पास अक्सर एटीएम में डालने के लिए कैश होता है। हम उससे इन पैसों की लूट कर लें, उस लूट की रकम से उधारी चुकाएंगे और ऐश करेंगे।
ऐसे दिया घटना को अंजाम
विकास ने ही गांव के दो युवक कोमल, अंकित को अपने प्लान में मिलाया। तीनों इसमें शामिल हो गए। विकास ने मवाना में बैंक से एटीएम तक पूरे इलाके की रेकी कराई और 15 मार्च को मवाना खुर्द में गांव तिकरी में जाकर नंदन को कट्टा दिखाकर रुपयों से भरा बैग लूट कर भाग गए। कैश से भरे बैग को ये तीनों परीक्षितगढ़ मंडी क्षेत्र में ले गए। वहां रकम का बंटवारा कर लिया। कोई पकड़ न सके इसलिए तीनों हरिद्वार भाग गए। फिर 6 दिन के लिए काठमांडू चले गए। तीनों ने इसी रकम से नेपाल घूमने का सपना भी पूरा कर लिया।
लूटकांड के बाद खरीदी नई कार और मोबाइल
कोमल और अंकित ने लूट के 15 लाख में से 6-6 लाख रुपए लिए। क्योंकि उन्होंने घटना को अंजाम दिया था। जबकि विकास जिसने सूचना दी, रेकी करी उसने 3 लाख रुपए लिए थे। लूट में मिले हिस्से के पैसे से कोमल ने ढाई लाख रुपए की कार खरीदी। कोमल, अंकित ने वन प्लस के दो नए मोबाइल भी खरीदे। कुछ रकम घर में खर्च कर दी। बाकी रकम घूमने में उड़ा दी।
तीनों ने खर्च कर डाले 10 लाख रुपए
पुलिस को तीनों के पास से 50 हजार रुपए के दो मोबाइल, ढाई लाख वाली नई कार, कैश 2 लाख 51 हजार रुपए बरामद हुए हैं। बाकी 10 लाख रुपए बचे हैं। जिसमें काफी पैसा ये तीनों खर्च कर चुके हैं। पुलिस उस रकम को भी बरामद करने का प्रयास कर रही है।