- सराफा को आस, करवाचौथ और अहोई अष्टमी पर भी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा कारोबार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: धनतेरस में अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में सराफा बाजार ने भी त्योहारों के लिए पूरी तैयारी कर की है। सराफा बाजार धनतेरस से पहले सज चुके हैं। कारोबारियों ने सोने के ज्वैलरी की मेकिंग ग्राहकों को लुभाने के लिए आकर्षक गिफ्ट और डील्स भी रखे हैं।
लॉकडाउन के बाद से ही सराफा कारोबार में पहले जैसा उछाल अभी तक नहीं मिल पाया है। वहीं, सोने और चांदी कि खरीदारी को बात करे तो धनतेरस और अक्षय तृतीया पर ही सबसे ज्यादा खरीदारी की जाती है। इसबार अक्षय तृतीया की खरीदारी पर कोरोना महामारी के प्रकोप का साया बना रहा और लॉकडाउन के चलते लोग आभूषणों की खरीदारी ही नहीं कर पाए। जिससे सराफा को काफी नुकसान देखने को मिला।
इसलिए कोरोना काल में बीते आठ महीने में जो कसर रही वह इस धनतेरस में पूरी होने की आस सराफा व्यापारी लगाए बैठे हैं। बता दें कि सोने के दाम सोमवार को 52,400 रुपये और चांदी के दाम करीब 64,500 रुपये रहे।
बाजारों में अभी कोई खास उछाल नहीं
प्रियांशु सर्राफ कारोबार की बात करे तो अभी कोई खास उछाल नहीं आया है। त्योहार के सीजन में हर साल की तरह कारोबार नहीं ही पाया है। इसलिए धनतेरस से भी अभी उम्मीद कम ही है, क्योंकि कोरोना वैश्विक महामारी का खौफ लोगों में अभी बरकरार है।
कारोबार काफी मंदा
सचिन अरोड़ा सर्राफ पिछले दिनों लॉकडाउन के बाद से कारोबार काफी मंदा रहा था। ऐसे में त्योहार के सीजन से उम्मीद थी, लेकिन करवाचौथ और अहोई अष्टमी पर कुछ खास असर नहीं दिखा। धनतेरस से कुछ उम्मीद है, लेकिन फिलहाल कारोबार में हर साल जैसा उछाल नहीं दिख रहा है।