- ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा प्रियंका गांधी ने ही दिया था
- मेरठ से सात कांग्रेसी एआईसीसी बने, लेकिन एक भी महिला नहीं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’। यह नारा कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व विधान सभा चुनावों से पूर्व यूपी की कमान थामने वाली प्रियंका गांधी ने दिया था। 2022 में हुए विधान सभा चुनावों के दौरान इस नारे के सहारे नैया पार लगाने की कोशिशें भी हुई लेकिन नतीजा वही ढाक के तीन पात वाला हुआ।
चुनाव खत्म होने के बाद पार्टी का यह नारा ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ गर्त में जाता दिखा। यूपी के विभिन्न जिलों में संगठन के नाम पर महिला कांग्रेस का वजूद हिचकोले लेता दिखाई दिया। पार्टी हाईकमान भी अक्सर महिला कांग्रेस के संगठन को लेकर उदासीन ही रहा। नतीजा आज कांग्रेस का झण्डा पार्टी की मुख्य विंग ने ही उठा रखा है। सोमवार को कांग्रेस की उत्तर प्रदेश की एआईसीसी की सूची जारी कर दी गई।
मेरठ से इस सूची में कुल सात नाम हैं। मीम अफजल, गौरव भाटी, योगी जाटव, अवनीश काजला, रोहित राणा, अनिल शर्मा व मनोज त्यागी। अगर प्रियंका गांधी के नारे ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ को आधार बनाया जाए तो इस सात सदस्यीय सूची में एक या दो नाम महिला कांग्रेसी के भी हो सकते हैं। हांलाकि ज्यादातर जिलों में महिला कांग्रेस ‘हांफ’ सी रही है।
इसके बावजूद यह भी सच है कि यदि प्रियंका गांधी के नारे पर गौर किया जाता तो मेरठ से भी दो-तीन नाम ऐसे हैं जो महिला कांग्रेस की उपस्थिति एआईसीसी में दर्ज करा सकते थे। बिग बॉस फेम अर्चना गौतम से लेकर सपना सोम, रीना शर्मा और किठौर से विधानसभा का चुनाव लड़ी बबीता गुर्जर पार्टी में एक्टिव मोड में हैं। हांलाकि एक पूर्व विधायक का तो यहां तक कहना कि आज की कांग्रेस में नेता अपनी अपनी दुकाने चला रहे हैं।
वो कहते हैं कि पार्टी का तो छोड़िए बल्कि कोई बाहरी व्यक्ति भी पार्टी में कोई मनचाहा पद चाहे तो ‘खरीद’ सकता है। कुल मिलाकर एआईसीसी में जिस प्रकार मेरठ से किसी भी महिला कांग्रेसी का नाम शामिल नहीं है तो इससे कहीं न कहीं दीदी का नारा जरुर प्रभावित हो रहा है।
मेरठ से सात कांग्रेसी बने एआईसीसी के सदस्य
लम्बे इंतजार के बाद आखिरकार सोमवार को उत्तर प्रदेश की एआईसीसी की लिस्ट जारी कर दी गई। इससे पूर्व अन्य राज्यों की भी एआईसीसी की सूची जारी हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश की सूची को लेकर काफी प्रतीक्षा हो रही थी। सोमवार को जब यह सूची जारी हुई तो एआईसीसी में जगह पाए कांग्रेसियों के चेहरे खिल उठे
जबकि सूची में स्थान न पाने वाले लोगों को मायूसी हाथ लगी। उधर, डा. यूसुफ कुरैशी व सतीश शर्मा जैसे नाम एआईसीसी सूची में न होने पर उन्हें मायूसी हाथ लगी है जबकि मीम अफजल का नाम उत्तर प्रदेश की सूची में होने पर कुछ कांगे्रसियों को पच नहीं रहा है।
उनका कहना है कि मीम अफजल दिल्ली से हैं और उनका वोट भी दिल्ली में ही पड़ता है तथा आईडी भी दिल्ली की ही है। ऐसे में उनका नाम उत्तर प्रदेश की सूची में होने का कोई औचित्य नहीं बनता। कुछ कांग्रेसी दक्षिण विधान सभा से चुनाव लड़ चुके नफीस सैफी व सरधना के रिहानुद्दीन के नाम की भी वकालत कर रहे थे, लेकिन किसी की दाल नहीं गल पाई।
वरिष्ठ कांग्रेसी डा. यूसुफ कुरैशी के नाम की भी चर्चा थी, लेकिन सूची में उन्हें भी जगह नहीं मिल पाई। पार्टी के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला व मीम अफजल लगातार दूसरी बार इलेक्टेड मेम्बर बने हैं। इस सूची में मेरठ से कुल सात कांग्रेसियों के नाम हैं। हांलाकि पार्टी सूत्रों के अनुसार सूची में एक दो नाम और बढ़ सकते हैं। मीम अफजल, अवनीश काजला, गौरव भाटी, योगी जाटव, रोहित राणा, अनिल शर्मा, मनोज त्यागी।