- अफसरों के पास इंसाफ की गुहार लगा रही तीन तलाक पीड़िता
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: पांचली बुजुर्ग गांव के एक अधेड़ पांच बच्चों के पिता ने बीबी को तलाक देकर घर से निकाल दिया है। जिसे लेकर पीड़ित महिला अफसरों के चक्कर काट रही है लेकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। उधर, शौहर ने बिना तलाक दिए नाबालिग लड़की से निकाह कर लिया है। पुलिस पीड़िता की तहरीर पर कार्रवाई करने के बजाए उल्टा पीड़िता के परिवार को धमका रही है। जिसे लेकर अब पीड़िता महिला आयोग की शरण में है।
महिला आयोग को प्रेषित प्रार्थना पत्र में पांचली बुजुर्ग निवासी महिला आयशा ने बताया कि उसका निकाह 15 साल पहले सरूरपुर थाने के गांव पांचली बुजुर्ग निवासी नौशाद पुत्र अति मोहम्मद के साथ हुई थी। जिससे पांच बच्चे हैं। अब पीड़िता को उसके शौहर ने नापसंद करते हुए लड़की पैदा होने पर तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया है।
जिसके बाद से महिला मायके में रह रही है और अपनी इंसाफ पाने के लिए पुलिस अफसरों पुलिस व प्रशासनिक अफसरों के पास गुहार लगा रही है। इसे लेकर पुलिस है कार्रवाई करने के बजाय उल्टे पीड़िता के परिवार को धमका रही है। पीड़िता ने बताया कि इस संबंध में वे अपने परिजनों को लेकर कई बार सरूरपुर थाने आला अफसरों से मिल चुकी है, लेकिन उसके शौहर के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने के बजाय उल्टे उन्हीं के परिजनों को धमका रही है।
इसे लेकर पीड़िता गहरे सदमे में है और उसके पांच बच्चों के लालन-पालन की समस्या खड़ी हो चली है। शिकायत पत्र में में महिला के परिजनों ने आरोप लगाया है कि पीड़ित महिला के शौहर ने बिना तलाक दिए नाबालिग लड़की से निकाह कर ली है। इसकी शिकायत पीड़िता ने जिलाधिकारी से की है। लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है।
कार्रवाई के लिए इंसाफ की पुकार करती फिर रही पीड़िता की पुलिस व प्रशासन स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। जिसके बाद अब पीड़िता महिला आयोग की शरण में है। इस संबंध में शनिवार को पीड़ित महिला थाना प्रभारी अरविंद कुमार से मिली जहां उन्होंने महिला की तहरीर लेकर एफआईआर दर्ज करने की बात जरूर कही। लेकिन समाचार लिखे जाने तक पीड़ित महिला को इंसाफ नहीं मिल पाया था।