- पथराव के दौरान बवालियों ने मकान की छत तोड़ी, दीवार उखाड़ी
- पुलिस ने सोलह लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: शनिवार की सुबह कस्बा हर्रा में सब्जी बेचने को लेकर शुरू हुए विवाद ने बड़ा रूप धारण कर लिया। इस दौरान दो पक्षों की ओर से लगभग दो घंटे तक जमकर पथराव किया गया।बवालियो ने पुलिस की मौजूदगी में भी जमकर ईंट-पत्थर फेंकते हुए खूब बवाल किया। इस बवाल की घटना में एक दर्जन लोग घायल हुए हैं, तो कुछ पुलिसकर्मी भी चोटिल हुए हैं।
इस मामले में पुलिस ने अपनी ओर से सख्त कार्रवाई करते हुए डेढ़ दर्जन लोगों को गिरफ्तार कर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है। जबकि लगभग सौ लोग अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है वहीं दूसरी ओर दिन निकलते हुए बवाल की इस घटना से गांव में सनसनी फैल गई।
जानकारी के मुताबिक कस्बा हर्रा निवासी जुबेर पुत्र इस्लाम शुक्रवार को पांचली बुजुर्ग गांव में पेट में सब्जी बेचने के लिए गया था जहां लगाने को लेकर कस्बे के ही आसिफ राशिद व सबील पुत्रगण खालिद ने उसके साथ मारपीट करते हुए घायल कर दिया था। इस मामले को लेकर इस्लाम पुत्र शमशाद की ओर से तीनों आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई गई थी।
इसी मामले को लेकर चली आ रही तनातनी के बीच शनिवार की कल सुबह फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और देखते ही देखते दोनों पक्षों की ओर से लोग छतों पर चढ़ गए। जहां लगभग दो घंटे तक दोनों ओर से जमकर ईंट-पत्थर फेंके गए। छतों पर चढ़े बवालियों ने आस पड़ोस के मकानों को भी नहीं बख्शा वहां बंधे पशु और मवेशियों तक पर जमकर पथराव किया।
पथराव के दौरान एक मकान की छत टूट गई जबकि एक दीवार भी उखाड़ दी गई। यही नहीं बवाल होने सूचना पर पहुंची पुलिस के सामने भी जमकर बवाल काटा और लगभग दो घंटे तक खुल कर पथराव किया। इस दौरान कई पत्थर पुलिस की गाड़ी पर व पुलिसकर्मियों को भी आकर लगे। जिनमें फिरोज व अन्य पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। संघर्ष की इस बड़ी घटना ने विकराल रूप धारण कर लिया और देखते ही देखते कई सौ लोग लोगों ने जमकर पथराव किया।
संघर्ष की इस घटना को काबू करने के लिए थाना प्रभारी को भारी पुलिस बल बुलाना पड़ा और मौके पर पुलिस ने लाठियां फटकार कर बवालियों को दौड़ा कर को खदेड़ा। बाद में पुलिस ने सर्च अभियान चलाते हुए बवाल कर रहे लगभग 16 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। जबकि बाकी पुलिस को देख कर भाग गए।
बवाल की इस घटना में जहां एक दर्जन कस्बे के लोग जख्मी हुए हैं,तो वहीं कई पुलिसकर्मी भी चोटिल हैं। इस मामले में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए सभी 16 लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करते हुए जेल भेज दिया है। इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि दर्जनों महिलाओं सहित कई अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
जिनकी तलाश में पुलिस ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने गिरफ्तार किए गए बवालियों के पास से आधा दर्जन धारदार हथियार लाठी-डंडे फरसे आदि बरामद करने का भी दावा किया गया है। लगभग दो घंटे तक जमकर हुए बवाल से गांव में सनसनी फैल गई और मोहल्ले के अन्य लोग घरों में दुबके रहे। बवाल में आधा दर्जन बेजुबान मवेशी भी जख्मी हुए हैं।
पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो ना होता बवाल
शनिवार की अलसुबह कस्बा हर्रा में जिस तरह से बवाल ही उन्हें जमकर पुलिस की मौजूदगी में बवाल किया और पुलिस तक को नहीं बख्शा उसी तरह इस पूरे प्रकरण में पुलिस की पूरी लापरवाही सामने आई है। पुलिस सूत्रों से जानकारी मिली है उसके मुताबिक शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई थी।
उसके बाद एक पीड़ित पक्ष की ओर से तीन लोगों के नामजद थाने पर तहरीर देकर कार्रवाई करने की गुहार लगाई थी, लेकिन पुलिस ने उस मामले को हल्के में लिया और तहरीर लेकर ठंडे बस्ते में डाल दी। जिसके चलते का नतीजा यह रहा है कि एक पक्ष के हौसले बुलंद हो गए और उसने शनिवार को दिन निकलते फिर बवाल कर दिया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में जमकर तांडव मचाया गया।
इस मामले को लेकर पूरी तरह से पुलिस की लापरवाही साफ नजर आ रही है। यदि समय रहते पुलिस शुक्रवार को दी गई तहरीर पर सख्त कार्रवाई करती तो शनिवार की घटना संभवत नहीं हो पाती। हालांकि इस संबंध में हर्रा कस्बा चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार ने बताया कि उन्हें तहरीर की कोई जानकारी नहीं मिली और ना ही इंसपेक्टर अरविंद कुमार ने इस मामले की पुष्टि की है।जबकि पीड़ित पक्ष द्वारा तहरीर मीडिया पास है।
संगीन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा, ये लोग हुए नामजद
शनिवार की सुबह पुलिस की मौजूदगी में कस्बा हर्रा में भारी बवाल में पुलिस ने अपनी ओर से संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए धारा 147, 148, 149, 307, 323, 336, 504, 506, 332, 353 क्रिमिनल एक्ट सहित 16 लोगों को को नामजद किया गया है।जिनमें गफ्फार पुत्र नजर मोहम्मद, शहजाद पुत्र खलील अकरम, राशिद व शहीद पुत्र अब्दुल, नफीस पुत्र कालू, खालिद पुत्र ताहिर, एजाज पुत्र आशिक अली, कालू पुत्र शौकीन, शाहरुख पुत्र मुस्तफा, मीर हसन पुत्र मोहम्मद, शोएब पुत्र वकील, अबूबकर पुत्र अब्बास, हसमत पुत्र दिलशाद, अनस पुत्र अब्बास व तस्लीम पुत्र अब्दुल सलाम को गिरफ्तार कर निम्न धाराओं में जेल भेज दिया गया है। इंस्पेक्टर अरविंद कुमार ने बताया कि इन धाराओं के अलावा दोनों पक्षों के लोगों को सूची बनाकर निरोधात्मक कार्रवाई करके मुचलका पाबंद करने की तैयारी की जा रही है ताकि भविष्य में इस तरह के फसाद ना हो और दूसरे लोगों के ये कार्यवाही नजीर बने।