- ट्रैफिक पुलिस एक जगह से स्टैंड का हटाने का अभियान चलाती है, तो दूसरी जगह बना लिया जाता है नया ठिकाना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ई-रिक्शाओं की बाढ़ में महानगर की सभी सड़कें डूबकर रह गई हैं। ट्रैफिक पुलिस एक जगह से स्टैंड का हटाने का अभियान चलाती है, तो दूसरी जगह नया ठिकाना बना लिया जाता है। बेगमपुल से हटाया गया ई रिक्शा स्टैंड इन दिनों मेरठ डिपो वाली गली में बना दिया गया है। जिससे यहां हर समय जाम की स्थिति बनने लगी है। महानगर की यातायात व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के लिए ट्रैफिक पुलिस आए दिन कोई न कोई अभियान चलाती रहती है। पिछले दिनों बेगमपुल चौराहे पर अभियान चलाते हुए इस चौक को ई-रिक्शा और आॅटो फ्री जोन घोषित किया गया है।
वहीं हापुड़ स्टैंड पर भी ट्रैफिक पुलिस की ओर से यही अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का प्रभाव यह रहा कि बेगमपुल से हटाए गए ई-रिक्शा और आॅटो अब सोतीगंज रोड से मिलने वाले तिराहे पर स्थित राधे चाट वाले की दुकान के आसपास खड़े होने लगे हैं। जहां स्थिति बेगमपुल से अधिक जटिल होती जा रही है। यह अपेक्षाकृत संकरा मार्ग है, जहां एक साथ दो चौपहिया वाहन आने पर ओवरटेक की स्थिति जाम का कारण बन जाती है।
भैंसाली बस स्टैंड के ठीक पीछे मेरठ डिपो स्थित है। जिसमें बसों को लाने-ले जाने के लिए भैंसाली डिपो का ही प्रयोग किया जाता है। यहीं से एक रास्ता थापरनगर होते हुए बच्चा पार्क की ओर जाता है। इन दिनों ई रिक्शा चालकों ने मेरठ डिपो के पीछे स्थित थापरनगर की इसी गली को नया ठिकाना बना लिया है। जिससे हालात इतने विकट हो गए हैं कि दोनों डिपो के बीच वाहनों को लाना-ले जाना तक दूभर हो चला है। इस संंबंध में परिवहन निगम के अधिकारियों का कहना है कि यातायात पुलिस के अधिकारियों से संपर्क करके इस समस्या का समाधान कराया जाएगा।