- महिला गंभीर रूप से झुलसी, अस्पताल में भर्ती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ी गेट क्षेत्र के मजीद नगर मेवगढ़ी में महिला के साथ सोमवार को देर रात घर में घुसकर तोड़फोड़ मारपीट कर तेजाब फेंका। चीख पुकार सुनकर आस पड़ोसियों की भीड़ लग गई। भीड़ को देख आरोपी मौके से फरार हो गए। गंभीर हालत में महिला थाने पहुंची। पुलिस ने महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। महिला की शिकायत पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
श्यामनगर निवासी नगमा पुत्री फईमुदीन ने बताया कि एक साल पहले उसकी शादी मजीदनगर मेवगढ़ी निवासी युवक के संग हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल वाले दहेज में एक कार और दो लाख रुपये नगद की मांग करने लगे थे। आरोप है कि ससुर उस पर बुरी नजर रखने लगा था और अकेला पाकर अश्लील हरकते करता था। ससुर की हरकतों के बारे में पति व अन्य ससुरालियों को बताया तो उन्हें चुप रहने की धमकी दी।
कुछ दिनों पहले ससुर ने उसके साथ दुष्कर्म करने की कोशिश की। जिसकी शिकायत उसने पति से की तो उन्होंने मारपीट कर घर से निकाल दिया। तब से वह मायके में रह रही है। पीड़िता ने बताया कि सोमवार को पिता ने उसके ससुर से शिकायत की। जिसके बाद शाम 7:30 बजे ससुर, पति और जेठ उसके मायके में पहुंचे और घर के अंदर घुसते ही तोड़फोड़ शुरू कर दी।
विरोध करने पर जेठ ने उसकी हत्या करने की नीयत से तमंचे से फायर कर दिया, लेकिन गोली मिस होने से उसकी जान बच गई। ससुर ने उसके ऊपर तेजाब से भरी शीशी फेंक दी, जिससे वह बुरी तरह झुलस गई। चीख-पुकार मचने पर पति तीन तलाक देकर भाई और पिता के साथ फरार हो गया। तेजाब से झुलसी महिला परिजनों के साथ लिसाड़ी गेट थाने पहुंची।
पुलिस ने महिला को आनन-फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। थाना पुलिस का कहना है कि तेजाब फेंकने का मामला संज्ञान में आया है। महिला को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगा दी गई है। तीनों पिता-पुत्र घर से फरार है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
धर्मांतरण में तीन के खिलाफ दर्ज किया मुकदमा
कंकरखेड़ा क्षेत्र में एक मकान में चल रहे धर्मांतरण के खेल में पुलिस ने अपनी तरफ से तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पूछताछ में पता चला है कि धर्मांतरण के लिये पैसे की व्यवस्था दिल्ली से की जाती थी। पुलिस दिल्ली, गाजियाबाद, मेरठ सहित अन्य शहरों में फंडिंग के मुख्य आरोपी का नेटवर्क खंगाल रही है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
कंकरखेड़ा के धर्मांतरण के मामले में पुलिस ने एक आरोपी जैकब को पकड़ लिया गया था। पुलिस ने जैकब, उसके पिता कंवरपाल और फंडिंग कराने वाले मुख्य आरोपी फास्टर जॉनसन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। गरीब कन्याओं की शादी के नाम पर फंडिंग के लिए पैसा आता था। कंवरपाल ने गाजियाबाद में धर्म परिवर्तन किया था। कंवरपाल अपने बेटे जैकब, बेटी मैगी और पत्नी के साथ रहते हैं।
आरोपी जैकब ने बताया कि उसके पिता कंवरपाल पिछले 20 साल से धर्म परिवर्तन का काम करा रहे हैं। गाजियाबाद में उसके पिता ने काफी संख्या में लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था। इसके बाद उसके पिता ने मेरठ का रुख किया था। यहां उन्होंने जंगेठी, घसौली, पठानपुरा, शोभापुर सहित आसपास के गांवों में गरीब लोगों से संपर्क करना शुरू किया था। आरोपी जैकब व उसका पिता लोगों को रविवार को प्रार्थना में शामिल होने के लिए बुलाते थे।
इसके बाद प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराते थे। जैकब ने बताया कि वह पिछले दो साल से अपने पिता के साथ मिलकर धर्मांतरण करा रहा है। रविवार को वह प्रार्थना कराता है। साथ ही प्रार्थना करने आए लोगों से अन्य लोगों को जोड़ने के लिए कहता है। सीओ दौराला अभिषेक पटेल का कहना है कि मुख्य आरोपी जॉनसन फास्टर धर्मांतरण के लिए फंडिंग करता था। सीओ ने बताया कि आरोपी कंवरपाल की मुलाकात गाजियाबाद में ही जॉनसन फास्टर से हुई थी।
यहां उसने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया था। मुख्य आरोपी जॉनसन फास्टर दिल्ली में काफी समय से द पैंसी कौशल आॅफ गॉड के नाम से एक संस्था चलाता है। वह दिल्ली से बैठकर आसपास के कई राज्यों में धर्मांतरण के नाम पर लोगों को बहलाने फुसलाने का काम करता है। कंवरपाल को भी वह फंडिंग के नाम पर हर महीने पैसे भेजता था। वहीं लोगों को तरह-तरह के प्रलोभन दिए जाते थे। पुलिस पकड़े गए युवक जैकब से गहनता से पूछताछ कर रही है।