- बाबा टिकैत की जयंती पर हुई महापंचायत और हवन में हुए शामिल, सरकार को बताया निरंकुश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भाकियू सुप्रीमो नरेश टिकैत ने कहा है कि यदि भाजपा का रवैया नहीं सुधरा तो साल 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा की 50 सीटें भी नहीं आएंगी। नरेश टिकैत रविवार को थाना परतापुर में 10 दिनों से धरने पर बैठे किसानों के बीच पहुंचे। वह किसानों के मसीहा चौधरी महेन्द्र सिंह टिकैत की जयंती के मौके आयोजित पर थाने में आयोजित हवन व महापंचायत में भी शामिल हुए। उन्होंने केंद्र की मोदी व सूबे की योगी सरकार को निरंकुश बताया।
वहीं, दूसरी ओर रविवार को थाना परतापुर में किसानों और टैÑक्टर-ट्रॉलियों का मेला था। पूरा थाना किसानों के मेले में तब्दील हो गया था। सहकारी गन्ना विकास समिति मोहिउद्दीनपुर में डेलीगेट के पर्चे खारिज करने के विरोध में परतापुर थाने में चल रहा है। यही पर किसानों ने किसानों के मसीहा महेन्द्र सिंह टिकैत की 79वीं जयंती पर महापंचायत की। इस मौके पर भाकियू सुप्रीमो चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि देश की सरकारें बेईमान हो चुकी है। अब सरकार पर से विश्वास उठ चुका है। इस सरकार में किसानों का अस्तित्व खतरे में है।
नरेश टिकैत की सरकार को नसीहत
रविवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे चौधरी नरेश टिकैत धरने पर पहुंचे और उन्होंने कहा कि बडेÞ शर्म की बात है कि जरा से मामले में किसान को धरना देना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री मोदी हैं, वह सम्मानित हैं, अगर पर्चे भरने में बिंदी की कमी रह गई थी तो उसमें बिंदी लगा देते। कहा कि किसान परेशान है। उसकी की सोने की जमीन कोड़ियों के भाव जबरन ली जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि सरकार का रवैया नहीं बदला तो यूपी में 2027 में यदि ईमानदारी से चुनाव कराए
तो भाजपा को 50 सीट भी नहीं मिलेगी। किसान को टयूबवेल का बिल एक हजार रुपये घंटा देना पड़ रहा है। हिसाब लगाओ तो महीने में लाखों का बिजली बिल भरना पड़ेगा। नरेश टिकैत ने कहा कि देश का राजा भी झूठ बोलता होगा, यह कहीं भी सुना नही था, लेकिन मोदी ने सन् 2014 में गन्ने का रेट 450 देने का वादा किया था, जो पूरा नहीं किया गया।
टैÑक्टर-ट्रॉलियों का रेला
रविवार सुबह से परतापुर थाने पर टैÑक्टर-ट्रॉलियों व किसानों के जत्थे पहुंचने शुरू हो गए थे। शुरुआत हवन पूजन से हुई उसके बाद महापंचायत हुई। भारी संख्या में किसान इसमें शामिल हुए। दोपहर 12 बजे तक टैÑक्टरों से हाइवे जाम कर दिया गया था। धरने पर रागनियों व भाषणों का दौर चलता रहा।
अनशन कराया समाप्त
नरेश टिकैत ने आमरण अनशन पर बैठे भाकियू नेता विजयपाल घोपला को जूस पिलाकर उनका आमरण अनशन खत्म कराया और धरना जारी रहेगा या नहीं यह कमेटी के निर्णय पर छोड़ दिया और फिर वह कमेटी सदस्यों के साथ डीएम से मिलने की बात कहकर वहां से निकल गए।