- दीवार पर लगा मकान बिकाऊ का पोस्टर
जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: कस्बे में राशन वितरण में पारदर्शिता के लिए संघर्ष करने वाला युवक सत्ता की दबंगई और अपनों की बेरुखी के आगे लाचार होकर परिवार सहित कस्बे से पलायन कर गया। उसके घर पर लगे मकान बिकाऊ है का पोस्टर लगा है।
कस्बे के मौहल्ला अंबेडकर निवासी मोहित तोमर ने एक सप्ताह पूर्व सोशल मीडिया पर अपनी व्यथा बयान करते हुए बताया कि वह कस्बे में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं द्वारा किए जाने वाले राशन घोटाले किए जा रहे हैं। दुकानों पर गरीबों को यूनिट काटकर राशन कम देने तथा अंगूठा लगवाकर गरीबों को अंगूठा दिखाने को लेकर उसकी डीलरों से तकरार रहती है।
इसी के चलते डीलर द्वारा पुलिस से उसे कई बार प्रताड़ित कराया गया। भयभीत होकर उसने मकान बेचकर फलावदा से पलायन करने का एलान कर दिया। इस बाबत पुलिस अफसरों को भी लिखित पत्र दिए गए लेकिन, किसी ने उसकी एक न सुनी।
मोहित तोमर ने यह भी बताया कि उसे जाति सूचक शब्दों के साथ धमकाकर तंग किया जा रहा था। इसलिए वह बुधवार को परिवार सहित सवेरे ही कस्बे से पलायन करके देव भूमि पहुंच गया। बकौल मोहित यूपी में सरकार के नुमाइंदे आंखे मूंदे हुए हैं।
उसने पलायन की खबर फोन से अफसरों को भी दे दी है। उसने यह भी बताया कि वह विधायक अतुल प्रधान से जुड़ा रहा है। लेकिन, विधायक ने उसकी कोई मदद नहीं की।
गत शाम पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान भी आरोपियों के विवाह समारोह में शरीक होकर लौट गई थी। अपनी की उपेक्षा का यह मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पलायन करने वाले इस परिवार को वापस लाने के लिए कई सियासी लोग मोहित से संपर्क के कर रहे है।