- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के किसानों ने घेरा एमडी का कार्यालय
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बिजली संबधी अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में व प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध जताने के लिए शनिवार को ऊर्जा भवन पर बड़ी संख्या में किसानों ने जोरदार प्रर्दशन किया और ऐलान किया कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वो यहां से उठने वाले नहीं हैं। इस प्रदर्शन में पश्चिमांचल के 12 जिलों के किसानों ने भागेदारी की और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया।
भारतीय किसान संगठन के बैनर तले आयोजित धरने को सम्बोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जो काम जनप्रतिनिधियों को करने चाहिए थे उनके क्रियान्वयन के लिए किसान आज धूप में बैठा हुआ अपना हक मांग रहा है। वक्ताओं ने सरकार पर अत्याचारी होने का आरोप लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि अब किसानों की मांगे नहीं मानी गर्इं तो आर पार की लड़ाई होगी।
दिन भर चले प्रदर्शन के बाद शाम को बिजली विभाग के वरिष्ठ अधिकारी सभा स्थल पर पहुंचे औैर किसानों से वार्ता की। इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि किसानों की जो मांगे हैं वो शासन स्तर की हैं और इन मांगों से शासन को अवगत कराया जाएगा। इस पर किसानों ने भी अपना आन्दोलन समाप्त करने से मना कर दिया और चेतावनी दी कि जब तक उनकी सभी समस्याओं का निराकरण नहीं होगा वो यहां से नहीं जाएंगे।
सभा की अध्यक्षता संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. पूरण सिंह व संचालन ललित कुमार राणा ने किया। इस दौरान उपाध्यक्ष अनु मलिक, प्रदेश महासचिव धर्म सिंह राणा, बबली शर्मा, कृष्ण पाल सिंह, यशपाल सिंह सरपंच व राम अवतार सहित बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे। किसानों के आन्दोलन को देखते हुए एमडी कार्यालय पर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त भी किए गए थे।
30 जून को किसान पंचायत का ऐलान
किसानों ने अपना आन्दोलन जारी रखने का ऐलान किया है। इस संबध में ललित राणा ने बताया कि किसान अपना प्रदर्शन तभी समाप्त करेंगे जब उनकी सभी मांगे मान ली जाएंगी। उन्होंने बताया कि संगठन ने फैसला किया है कि अपनी मांगों के समर्थन में एम डी कार्र्यालय पर ही 30 जून का किसान पंचायत की जाएगी जिसमें हजारों की संख्या में किसान शामिल होंगे।
ये हैं किसानों की मांगे
- किसानों को सिंचाई के लिए पांच वर्षों तक फ्री बिजली मिले
- घरेलू बिजली बिल पर 300 यूनिट फ्री बिजली दी जाए
- अस्पताल, स्कूल व आबादी के बीच से जर्जर बिजली लाइनों को हटाया जाए
- जिन गांवों में अभी तक बिजली नहीं है वहां बिजली पहुंचाई जाए
- गलत रीडिंग देने वाले स्मार्ट मीटरों को तुरन्त बदलवाया जाए