- सीबीएसई परीक्षा कंट्रोलर ने प्रधानाचार्यों को बोर्ड परीक्षा से संबंधित दिए निर्देश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शास्त्री नगर स्थित केएल इंटरनेशनल स्कूल में शुक्रवार को सीबीएसई परीक्षा कंट्रोलर ने एग्जामिनेशन एंड एसेसमेंट सत्र में सभी प्रधानाचार्या से आगामी बोर्ड परीक्षा से संबंधित दिशा निर्देश दिए। इस दौरान काफी संख्या में विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्या मौजूद रहे। सीबीएसई की आगामी बोर्ड परीक्षा सत्र 2023-24 कक्षा 10वीं व 12वीं के संबंध में विद्यालय में परीक्षा एवं मूल्यांकन विषय पर सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्या एवं वाइस प्रधानाचार्या के साथ कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
जिसमें सीबीएसई के एग्जाम कंट्रोलर डा. संयम भारद्वाज ने मुख्य वक्ता के रूप में त्रुटिहीन परीक्षा एवं मूल्यांकन के विभिन्न बिंदुओं प्रकाश डालते हुए विस्तार से चर्चा की। वाइस चेयरमेन तेजेन्द्र खुराना, मनमीत खुराना, हरनीत खुराना एवं प्रधानाचार्य सुधांशु शेखर ने मुख्य अतिथि परीक्षा कंट्रोलर एवं सीबीएसई क्षेत्रीय निदेशक पीयूष शर्मा का स्वागत किया। दीप प्रज्ज्वलन से आरंभ हुए इस कार्यक्रम में छात्राओं ने गीत संगीत एवं नृत्य से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
उसके बाद परीक्षा कंट्रोलर ने सत्र आरंभ करते हुए मेरठ, बागपत, हापुड़ एवं शामली से आए सभी सीबीएसई स्कूलों के प्रधानाचार्या एवं वाइस प्रधानाचार्या को परीक्षा एवं मूल्यांकन से संबंधित विभिन्न दिशा निर्देश दिए। कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य ने अतिथिओं को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।
सीबीएसई टॉपर की घोषणा नहीं करता: भारद्वाज
कार्यक्रम में पहुंचे परीक्षा नियंत्रक डा. संयम भारद्वाज ने मीडिया से बीतचीत में कहा है कि सीबीएसई टॉपर की घोषणा नहीं करता है। इस बार भी न ही डिवीजन होगी और न ही डिस्टिंक्शन व एग्रीगेट होगा। सीबीएसई केवल अंक जारी करेगा। उन्होंने स्कूलों से कार्यालय में पूछे जाने वाले सवालों का जवाब देते हुए साफ कर दिया है कि सीबीएसई केवल अंक जारी करेगा। कहा कि स्कूलों में हर बार बारीकी से समझाया जाता है कि एलओसी को सही तरीके से भरें। बच्चे, माता पिता का नाम चेक कर लें।
इसके अलावा फार्म भरते समय हस्ताक्षर भी करवाए जाते हैं, लेकिन फिर भी स्कूलों की गलतियां आती हैं और एक दो पत्र हर जिले से प्राप्त हो जाते हैं कि नाम सही कर दीजिए या फिर बदल दीजिए। इस पर उन्होंने एलओसी को सही तरह भरने की हिदायत दी। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में पादर्शिता रखे, स्कूल में उपस्थिति वाले छात्रों को ही बैठने दें। उन्होंने अभिभावक व बच्चों से कोचिंगों से अपील है कि स्कूल पर भरोसा रखें व शिक्षक से रोज समस्याओं को हल करवाएं और स्कूल से दूरी नही, रोज स्कूल आए।
अवकाश के दिन नहीं होगा मूल्यांकन
इस दौरान उन्होंने परीक्षकों को तनाव रहित रहते हुए मूल्यांकन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि तनाव में आकर कॉपियों को चेक करेंगे, तो बच्चों के भविष्य पर संकट होगा। इसलिए खुशी मन से कापी चेक करें। अवकाश के दिन मूल्यांकन नहीं कराया जाएगा।
दो गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा दे विद्यालय
अंत में डॉ. संयम भारद्वाज ने सभी से निवेदन करते हुए कहा कि प्रत्येक स्कूल प्रतिवर्ष जरुरतमंद ऐसे दो बच्चों को लें, जिनकी शिक्षा वह निशुल्क कराएं। हर जिले में कोई ऐसी एसोसिएशन बनाई, जिसके माध्यम से स्कूलों में प्रवेश कराकर उन बच्चों को लाभ दिया जाए।