- भाजपा के नेताओं और राजभवन के अधिकारियों की नजदीकी के चलते सफल हुए कुलपति
जनवाणी संवाददाता |
मोदीपुरम: सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आरके मित्तल को आखिरकार राजभवन के अधिकारियों से नजदीकी और भाजपा नेताओं के नजदीक होने का आखिरकार इनाम मिल गया।
कुलपति ने हाल ही में प्राकृतिक खेती पर संगोष्ठी का आयोजन कराया था। जिसमें गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत आर्य को बुलाया गया था। उसी संगोष्ठी के बाद तय माना जा रहा था कि कुलपति का आखिरकार कार्यकाल बढ़ जाएगा।
हालांकि कुलपति अपने कार्यकाल को बढ़ाने के लिए राजभवन के अधिकारियों और भाजपा के कई कद्दावर नेताओं के लगातार संपर्क में थे। जिसके चलते उनका कार्यकाल बढ़ना तय माना जा रहा था। राजभवन ने अग्रिम आदेशों तक कुलपति प्रो. आरके मित्तल का कार्यकाल बढ़ा दिया है। हालांकि कुलपति पर नियुक्तियों में अनियमितता बरतने और कृषि विश्वविद्यालय में जूनियर विंग के अधिकारियों को सीनियर विंग का चार्ज देने की भी लगातार शिकायत हुई है, लेकिन उसके बाद में कुलपति के कार्यकाल को अग्रिम आदेशों तक बढ़ा दिया गया।
जिससे साफ नजर आया है कि कुलपति द्वारा भाजपा नेताओं से नजदीकी के चलते कार्य काल बढ़ने का इनाम मिला। कुलपति प्रो. आरके मित्तल ने गत 14 जुलाई 2019 को कुलपति के पद पर पदभार ग्रहण किया था। 14 जुलाई 2022 को कुलपति का कार्यकाल समाप्त हो गया। माना जा रहा था कि कुलपति का कार्यकाल नहीं बढ़ेगा, लेकिन कुलपति अपने कार्यकाल को बढ़ाने में सफल हो गए।
कुलपति का लगातार भाजपा के नेताओं के संपर्क में रहना और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों से नजदीकी के चलते कार्यकाल को बढ़ाने में सफल हो गए। अब देखना है कि बड़े हुए कार्यकाल में रुकी हुई नियुक्तियों को करने में कुलपति कितने सफल होते हैं।