- तीसरे शख्स और गैंग की महिला सदस्य की सरगर्मी से तलाश
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हनी ट्रैप गिरोह चलाने वाले दोनों सिपाहियों पर थाना मेडिकल में शनिवार रात मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वहीं, दूसरी ओर पुलिस को इस मामले में सिपाहियों की साथी बतायी जा युवती व तीसरे शख्स की भी तलाश है। सूत्रों की मानें तो गिरफ्तार दोनों सिपाही वीडियो में नजर आ रही युवती व तीसरे शख्स जिसकी आवाजे वीडियो में साफ सुनी जा रही हैं, उसका राज पेट में छिपाए हैं। वहीं यह भी सुनने में आया है कि खुद को पीड़ित बताने वाला पुजारी रंगीन मिजाज निकला।
आसपास के लोगों की मानें तो वह अक्सर अपनी रंगीन मिजाजी का शौक पूरा करने के लिए अक्सर लड़कियां बुलाया करता था। यह पूरा मामला बीते शुक्रवार की रात सामने आया। जिसके बाद दोनों सिपाहियों को हिरासत में लिए जाने के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। आरोप है कि ये सिपाही अब तक हनी ट्रैप में फंसाकर घड़ी दुकानदार से हजारों रुपयों की वसूली चुके हैं। सिपाहियों और उनकी साथी बतायी जा रही महिला पर पूरे घटनाक्रम को लेकर गंभीर आरोप हैं।
ये है घटनाक्रम
सोमदत्त सिटी की एक महिला मंसा देवी मंदिर के समीप घड़ी की दुकान करने वाले सुरेश गिरि की दुकान पर गई थी। उसने सुरेश से अपने पति को घड़ी का काम सिखाने की बात की। सुरेश जैसे ही महिला के घर पहुंचा तभी फलावदा थाने में तैनात सिपाही देवकरण और बागपत जेल में तैनात सिपाही नीरज कुमार वहां पहुंचे। वह सुरेश गिरी की महिला के साथ वीडियो बनाने लगे। एक आपत्तिजनक सामान भी पकड़ा दिया। वीडियो में महिला कह रही है कि घड़ी देने के बहाने सुरेश उसके घर पर आया है। पुलिसकर्मी वीडियो बनाने के बाद सुरेश से 20 हजार रुपये, एक सोने की अंगूठी और पांच घड़ी लेकर चले गए।
दो दिन बाद सुरेश ने बेटों को पूरे प्रकरण की जानकारी दी। शुक्रवार को उसके बेटों ने दोनों सिपाहियों को जागृति विहार एक्सटेंशन पर पकड़ लिया। उनसे कबूल कराया कि उन्होंने सुरेश गिरी से घड़ी, अंगूठी और रकम वसूली है। दोनों बेटों ने यह वीडियो बनाने के बाद यूपी-112 को सूचना दी। पुलिस ने दोनों सिपाहियों को मेडिकल थाने की हवालात में डाल दिया। वीडियो में दोनों पुलिसकर्मियों के अलावा एक और व्यक्ति की आवाज आ रही है जिसके बारे में पुलिस जानकारी जुटा रही है। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि देर रात मामले मेडिकल थाना में आरोपी सिपाहियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
केडी उर्फ अजय की तलाश में दबिश
सिपाहियों के हनी ट्रैप गिरोह का एक अन्य किरदार बताए जा रहे किसी केडी उर्फ अजय की पुलिस को सरगर्मी से तलाश है। यह नौचंदी थाना का पुराना हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। सूत्रों की माने पीड़ित से हजारों की ठगी करने के लिए जिस युवती का यूज किया गया है। वहीं, सुनने में आया है कि उसका इंतजाम भी केडी ने ही किया है। इसकी सरगमी से तलाश की जा रही है। इसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है।
थाने में दंपति का जमकर हंगामा
मोदीपुरम: पल्लवपुरम फेज-वन में ई-ब्लाक निवासी पीयूष जैन की शादी 20 वर्ष पूर्व पंजाब के संगरूर निवासी कंचन जैन से हुई थी। दंपती के एक बेटा और एक बेटी है। विवाहिता का पुलिस से आरोप है कि उसका पति और ससुराल वाले उसे अक्सर प्रताड़ित करते हैं। छोटी-छोटी बातों पर मारपीट तक की जाती है। कई बार दोनों पक्षों के परिवार के बीच समझौता कराने के लिए बैठकों का दौर भी चला, मगर नतीजा सिफर ही रहा। उसके बाद विवाहिता मायके में रहने लगी।
बीते मंगलवार को विवाहिता परिवार संग पल्लवपुरम ससुराल पहुंची। आरोप है कि ससुराल वालों ने दरवाजा बंद कर दिया और उसे अंदर नहीं आने दिया। इस मामले को लेकर भी मौके पर हंगामा हुआ। पड़ोसियों की भीड़ जमा हो गई थी। सूचना पर पुलिस भी पहुंची, मगर उस समय पीयूष घर पर नहीं था। जद्दोजहद के बाद विवाहिता वहां से चली गई। शनिवार को विवाहिता अपने परिवार और भाकियू अराजनैतिक संगठन के नबाव सिंह अहलावत भी विवाहिता के पक्ष में थाने पहुंचे। थाने में विवाहिता का ननद और पति से कहासुनी हो गई।
दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे। हंगामा सुन अन्य पुलिसकर्मी भी जमा हो गए। पीड़ित विवाहिता का आरोप है कि उसे पति ने आधी प्रॉपर्टी बहन के नाम कर दी है, जोकि गलत है। पुलिस ने किसी तरह समझाकर शांत कराया। दोनों पक्षों ने आपस में तय किया कि दो से तीन दिन के भीतर वह आपस में समझौता कर लेंगे। जिसके बाद वह वहां से चले गए। वहीं, इस संबंध में एसओ मुन्नेश सिंह ने बताया कि दंपती में घरेलू विवाद है। सारा मामला प्रॉपर्टी का विवाद है। फिलहाल दोनों पक्ष आपस में समझौता करने की बात कहकर चले गए।