- उकसिया गांव में पुरानी रंजिश को लेकर खूनी संघर्ष
- तनाव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात
जनवाणी संवाददाता |
रोहटा: क्षेत्र के उकसिया गांव में पुरानी रंजिश को लेकर दो गुटों में रविवार देर रात हुई गोलाबारी में एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई। जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। गोलीबारी से पूरा गांव दहल गया और भारी तनाव फैल गया। सूचना मिलने पर पहुंची थाना पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया है। वहीं, घायल उसके साथी को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है। घटना को लेकर एसपी देहात वाला सरो ने मौका मुआयना किया तनाव को देखते हुए गांव में एहतियातन पुलिस तैनात कर दी गई है।
जानकारी के मुताबिक रोहटा थाना क्षेत्र के उकसिया गांव में 19 फरवरी को बाइक पर जा रहे दो युवकों पर पुरामहादेव मार्ग पर गांव के ही एक पक्ष में हमला कर दिया था। जिसमें एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई थी तथा दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया था।
हालांकि इसे पुलिस ने दुर्घटना मानते हुए कोई कार्रवाई नहीं की थी और दुर्घटना में घायल होना बताकर रिपोर्ट दर्ज कर ली थी, लेकिन जब मृतक युवक का दूसरा साथी एक माह बाद होश में आया तो उसने पूरे वाकिये को उजागर करते हुए बताया था कि सड़क दुर्घटना में नहीं उन पर हमला किया गया था।
उसी हमले की रंजिश को लेकर तभी से दोनों पक्षों में तनातनी चली आ रही थी। इसको लेकर रविवार को दो गुटों में गांव में गोलाबारी हो गई। दोनों पक्ष की ओर से जमकर भी गोलाबारी में लगभग 30 राउंड फायरिंग की गई। ताबड़तोड़ गोलीबारी की चपेट में आकर एक पक्ष के व्यक्ति गुड्डू पुत्र तेजपाल (33) की मौके पर ही मौत हो गई।
जबकि दूसरा उसका साथी गंभीर रूप से घायल हो गया। गोलीबारी की सूचना पाकर सूचना मिलने पर पहुंची रोहटा पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल भेज दिया। जबकि घायल को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। गांव में तनाव का माहौल देखते हुए कई थानों की पुलिस डेरा डाले हुए थी।
वहीं, दूसरी ओर ताबड़तोड़ फायरिंग में एक ग्रामीण की मौत होने के बाद एसपी देहात केशव कुमार, सीओ सरधना व सरधना सर्किल के कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। समाचार लिखे जाने तक मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई थी और आला अफसर मौके पर जमे हुए थे। मामले को लेकर गांव में तनाव बना हुआ है।
पटेल मंडप की छत पर युवक की हत्या
ऐतिहासिक नौचंदी मेले का आज विधिवत उद्घाटन हो गया, लेकिन सुबह के वक्त पटेल मंडप की छत पर एक हत्या के बाद एक युवक का शव मिला। पुलिस का मानना है कि अज्ञात युवक की छत के ऊपर अपने दोस्तों से किसी बात पर लड़ाई हो गई होगी। तभी उसकी पिटाई के बाद हत्या कर दी गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
नौचंदी थाना क्षेत्र के नौचंदी के पटेल मंडप में रविवार की सुबह एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। युवक के सिर पर चोट के निशान हैं। इस बीच सफाई कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस व फॉरेंसिक टीम पहुंची और जांच पड़ताल की। शव को दो से तीन दिन पुराना बताया जा रहा है।
शिनाख्त नहीं हो पाई है। खास बात यह है कि आज ही नौचंदी मेले का उद्घाटन भी हुआ है। इस मौके पर कई कमिश्नर, आईजी, डीएम और एसएसपी आदि मौजूद रहे। नौचंदी थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि मेले के उद्घाटन के लिए साफ-सफाई का काम चल रहा था। पटेल मंडप की छत पर जब सफाई कर्मचारी पहुंचे तो उन्होंने युवक का शव देखा। इसकी जानकारी पुलिस को दी गई।
शव दो से तीन दिन पुराना है। फॉरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य एकत्र किए हैं। सिर पर चोट के गहरे निशान हैं। हालांकि अभी तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच पड़ताल में जुटी है।
नर्सिंग होम में मां और शिशु की मौत, जमकर हंगामा
हापुड़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल में एक महिला और उसके नवजात बेटे की मृत्यु हो गई। परिजनों ने अस्पताल पर आरोप लगाया कि डाक्टरों की लापरवाही के कारण दोनों की मौत हुई है। परिजनों ने हंगामा कर अपने साथियों को अस्पताल बुला लिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया।
पुलिस ने बताया कि कानपुर निवासी विजय की पत्नी ज्योति गर्भवती थी। वह बीते कुछ दिनों से अपने ससुराल काशीराम कालोनी आई हुई थी। रविवार दोपहर अचानक तबीयत बिगड़ने के कारण ज्योति के परिजनों ने उसको हापुड़ रोड स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां, ज्योति ने दो बच्चों को जन्म दिया। जिनमें से एक बच्चा तीन बजे अस्पताल प्रशासन द्वारा मृत घोषित कर दिया गया।
परिजनों ने डॉक्टरों से बच्चे को देखने को कहा तो अस्पताल प्रशासन ने एक लाख 26 हजार रुपयों का भुगतान करने को कहा। अस्पताल प्रशासन ने भुगतान न करने तक मृत बच्चे को देखने के लिए मना कर दिया। ज्योति के भाई करण ने बताया कि वह पैसों का इंतजाम कर रहे थे कि अस्पताल प्रशासन द्वारा सूचना मिली की ज्योति की भी मृत्यु हो गई है।
ज्योति की अचानक हुई मृत्यु पर शंका जताते हुए परिजनों ने डॉक्टर पर आरोप लगाया की उसकी मृत्यु डॉक्टरों की गलती से हुई है। करीब दो घंटे तक अस्पताल प्रशासन के खिलाफ परिजनों ने हंगामा किया। तभी, अचानक अस्पताल प्रशासन ने बिना कोई भुगतान कराएं ज्योति और उसके पुत्र का पार्थिव शरीर परिजनों को दे दिया।
नौचंदी थाना इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया की परिजनों की ओर से कोई तहरीर ना मिलने के कारण पुलिस कोई कार्रवाई नहीं की। परिजन ज्योति और उसके बेटे का पार्थिव शरीर ले गए। दूसरा बच्चा बिल्कुल स्वस्थ है।
जिंदगी और मौत की लड़ाई में हारा अजय
एक सप्ताह से अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे अजय की रविवार को उपचार के दौरान मौत हो गई। अजय की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने अजय के शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने शव का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया।
बता दें कि देहली गेट थाना क्षेत्र के सराय लाल दास निवासी पिंटू और राकेश सराफा बाजार में आभूषण बनाने का काम करते है। जबकि इनका साथी अजय पुत्र रामलखन हलवाई का काम करता था। होली वाले दिन से तीनों दोस्त लगातार शराब पी रहे थे। गत रविवार सुबह छह बजे भी तीनों दोस्त घर के बाहर बैठे थे।
इस दौरान राकेश जाटव गेट के पास से देसी शराब के पव्वे ले आया। पिंटू और अजय ने जैसे ही शराब पी तो उनकी हालत बिगड़ गई। पिंटू की नाक से खून निकलने लगा था और वो उल्टी करने लगा। जबकि अजय के पेट और सिर में तेजी से दर्द होने लगा था। दोनों की हालत बिगड़ने और शोर मचाने के कारण आसपास के लोग एकत्र हो गए और आनन-फानन में दोनों युवकों को केएमसी ले जाया गया।
हालत गंभीर देखकर दोनों युवकों को साई हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां पिंटू को मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद अजय को उसके परिवार वाले न्यूटिमा अस्पताल ले गए थे। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। दो दिन बाद परिजनों ने उसे मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट करा दिया था।
रविवार को अजय की अचानक हालत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया। अजय की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना मिलते ही थाना पुलिस मेडिकल कॉलेज पहुंची और अजय के शव को कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम कराया। इसके बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। परिजनों ने अजय के शव का अंतिम संस्कार करा दिया है।