- गंगनहर पटरी का जायजा लेने पहुंचे डीएम, दो दिन में प्रमुख सचिव के दौरा करने की भी उम्मीद
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: गंगनहर की दाई पटरी निर्माण का मुद्दा विधानसभा में उठने के बाद अधिकारी हरकत में आ गए हैं। सोमवार को डीएम ने प्रशासनिक अमले के साथ गंगनहर पटरी का दौरा किया। डीएम ने पटरी निर्माण का जायजा लेने के साथ ही पेड़ कटान के बारे में जानकारी प्राप्त की। साथ ही वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि पटरी किनारे जितनी भी भूमि पर कब्जा हो रखा है, उसे मुक्त कराकर पौधे लगाने का काम किया जाए। ताकि जितने पेड़ों का कटान किया जा रहा है, उससे अधिक पेड़ यहां पर लगाए जा सकें। माना जा रहा है कि मामले में बहुत जल्द प्रमुख सचिव भी दौरा करने आ सकते हैं।
बता दें कि गंगनहर की दाई पटरी निर्माण को लेकर लगातार विवाद बना हुआ है। सरधना विधायक अतुल प्रधान ने सड़क निर्माण के नाम पर हरियाली को लीलने का आरोप विभाग पर लगाया था। आरोप है कि मानक से अधिक पेड़ों का कटान पटरी पर किया जा रहा है। जिसको लेकर विधायक पक्ष ने एनजीटी में भी वाद दायर कर रखा है। हाल ही में विधायक ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया था। जिसके चलते शासन स्तर से हलचल फिर बढ़ गई है। सोमवार को डीएम दीपक मीणा ने प्रशासनिक अमले के साथ पटरी का दौरा किया। डीएम ने पटरी निर्माण का जायजा लेने के साथ ही पेड़ कटान के बारे में जानकारी प्राप्त की। वन विभाग के दफ्तर में अधिकारियों के साथ मीटिंग करके विस्तार से जानकारी हासिल की।
इस दौरान पाया कि पटरी निर्माण के बराबर में भी सैकड़ों बीघा जमीन वन विभाग की है। जिसमें अधिकांश पर लोगों ने कब्जा करके खेती कर रखी है। डीएम ने वन विभाग के अधिकारियों से कहा कि तत्काल अपनी भूमि को खाली कराने का काम करें। खाली भूमि पर अधिक से अधिक पेड़ लगाने का काम करें। ताकि पटरी निर्माण के नाम पर जितने पेड़ काटे जा रहे हैं, उनसे अधिक पेड़ लगाए जा सकें। मामला विधानसभा में उठने के बाद उम्मीद जाती जा रही है कि बहुत जल्द प्रमुख सचिव भी पटरी का दौरा करके जायजा लेंगे। डीएम दीपक मीणा ने इस बारे में जानकारी दी। इस मौके लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग व वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
ट्रेन की तर्ज पर मिल सकेगी रोडवेज बसों की लोकेशन
मेरठ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों में शीघ्र ही ट्रेन की तर्ज पर यात्रियों को एप के माध्यम से लोकेशन की सुविधा मिल सकेगी। पहले चरण में इस सुविधा से निगम की एसी बसों का जोड़ा जाएगा। इस संबंध में विभाग की ओर से बनाई गई एप की लॉन्चिग 15 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर कमलों से कराई जा सकती है। विभाग की ओर से तीन एप संचालित की जाती हैं, जिन्हें अब तीन एप के बजाय सिर्फ एक ही एप के माध्यम से एक्सेस दिया जाएगा। तीनों एप को इंटीग्रेटेड किया जा रहा है।
इनको इंटीग्रेट करके एक नया सुगम एप तैयार किया जा रहा है। इसमें आम यात्रियों के लिए मुख्य रूप से बसों की लोकेशन का पता लगाने की सुविधा प्रमुख होगी। जिसे ट्रेन की भांति एप के माध्यम से एक्सेस करके देखा जा सकेगा। इसके अलावा बीच रास्ते में बस खराब होने की स्थिति में चालक इसी एप पर अपनी शिकायत दर्ज कर सकेंगे, जिसके आधार पर मॉनिटरिंग करने वाली टीम तत्काल सहायता भेज सकेगी। इसके अलावा इसी एप के जरिये चालकों-परिचालकों को ड्यूटी भी मिल सकेगी। यानि ड्यूटी अलॉटमेंट सॉफ्टवेयर के बजाय अब सुगम एप से माध्यम से किया जाएगा।
विभागीय सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को सुगम एप का लोकार्पण कर सकते हैं। एप के संचालन से लेकर मानिटरिंग तक का काम करने के लिए परिवहन निगम मुख्यालय पर कंट्रोल एंड कमांड सेंटर स्थापित किया गया है। इस संबंध में आरएम संदीप कुमार नायक का कहना है कि सुगम एप के माध्यम से पहले चरण में एसी बसों की लोकेशन देखने की सुविधा यात्रियों को मिल सकेगी। इसके लिए मुख्यालय स्तर से तैयारियां की जा रही हैं।
मोबाइल में इंस्टाल करना होगा एप
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की ओर से शीघ्र लॉन्च किए जाने वाले सुगम एप को मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा। जिसमें दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए यात्री इस एप पर चेक कर सकेंगे कि बस की वर्तमान लोकेशन कहां पर है। और कितनी देरी में बस आगामी स्टेशन पर पहुंच सकेगी। इससे यात्री बसों को लेकर अपडेट रहेंगे, और समय से बस स्टेशन पहुंचकर बिना इंतजार किए गंतव्य के लिए रवाना हो सकेंगे।