जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: परतापुर थाना क्षेत्र के गांव डूंगरावली में एक सप्ताह पूर्व बाइक और कार की टक्कर होने के बाद हुए संघर्ष में घायल 102 वर्षीय पूर्व प्रधान श्यामलाल की उपचार के दौरान सुभारती अस्पताल में मौत हो गई। पूर्व प्रधान की मौत के बाद पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से उनको न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। वृद्ध की मौत के बाद पुलिस ने मुकदमे हत्या की धाराएं बढ़ा दी हैं। दूसरी ओर, आरोपी पक्ष ने भाजपा नेताओं पर फर्जी फंसवाने के आरोप लगाते हुए एसएसपी आॅफिस पर विरोध प्रदर्शन किया।
क्षेत्र के गाव डूंगरावली में गत 14 मई को अक्षय की कार और आकाश पुत्र संजय की बाइक आपस में टकरा गई थी। इसके बाद दोनों पक्षों में मारपीट हो गई थी। आकाश पक्ष पर आरोप थे उसने दर्जनभर साथियों के साथ आकाश के घर पर लाठी-डंडों एवं सरियों से हमला किया था। साथ ही, घर में घुसकर महिलाओं को भी पीटा था। साथ ही, अक्षय के घर पर पथ्राव कर दिया। पुलिस के पहुंचने से पूर्व हमलावर फरार हो गए थे। मारपीट और पथराव में 102 वर्षीय पूर्व प्रधान श्यामलाल, पूनम, माया देवी, आकाश, मनोज, नवीन और दीपक घायल हो गए थे।
पुलिस ने घायलों को सीएचसी भूडबराल भेजा था, जहां से हालत खराब होने पर परिजनों ने श्यामलाल को सुभारती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे के खिलाफ 24 लोगों को नामजद करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस मामले में मंगलवार को सुभारती अस्पताल में उपचार के दौरान पूर्व प्रधान श्यामलाल की मौत हो गई। श्यामलाल की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर परतापुर थाना पुलिस सुभारती अस्पताल पहुंची और शव का पंचमाना भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वृद्ध की मौत के बाद पुलिस ने मुकदमे में नामजद आकाश पुत्र संजय, सुमित पुत्र प्रीतम, हिमांशु पुत्र पुष्पेंद्र और गोपाल उर्फ राहुल पुत्र अशोक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। इंस्पेक्टर परतापुर दिलीप सिंह बिष्ट कहना है कि मारपीट में शामिल चार लोगों को जेल भेज दिया गया है बाकी आरोपियों की तलाश की का रही है।
आरोपी पक्ष का एसएसपी ऑफिस पर प्रदर्शन
गांव डूंगरावली मेंं कार-बाइक की टक्कर को लेकर हुए संघर्ष में आरोपी पक्ष ने मंगलवार को एसएसपी ऑफिसर पर महिलाओं के साथ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने एसएसपी से शिकायत करते हुए आरोप लगाए कि उनके पक्ष के आकाश लोधी की ओर से अक्षय, अजय, मनोज, नवीन, अक्की, सिद्धार्थ व पदम के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद आरोपी पक्ष ने भाजपा नेताओं के दबाव से पुलिस से सांठगाठ कर एक मुकदमा उन पर दर्ज करा दिया। इस मुकदमे में बुजुर्ग तथा पढ़ने वाले बच्चे शामिल किए गए। पुलिस भाजपा नेताओं के दबाव में है। जबकि वायरल वीडियो में हमलावर और महिलाएं हाथ में डंडे तथा फरसे लेकर प्रहार करती नजर आ रही हैं। वृद्ध श्यामलाल भी लाठी से प्रहार कर रहा है। इस हमले में उनके छह लोग घायल हुए हैं। साथ ही, बताया कि दोनों पक्षों के बीच नवंबर 2024 से पटाखा फोड़ने को लेकर रंजिश चली आ रही है। एसएसपी डा. विपिन ताड़ा ने निष्पक्ष जांच कराने का आश्वासन दिया है। प्रदर्शनकाकिरयों में राधा, पूजा, रेखा, मंजू, सुनीता, मीनू, शकुंतला, बबली, ज्योति, आरती, काजल, राजीव, श्याम, विशाल, सौरभ, प्रीत आदि शमिल रहे। प्रदर्शनकारियों को जब वृद्ध श्यामलाल की मौत होने का चला तो वे वहां से खिसक लिए।