जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: सीबीआई ने चंदा कोचर और उनके पति दीपक को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी आईसीआईसीआई बैंक-वीडियोकॉन लोन फ्रॉड केस (ICICI bank- Videocon loan fraud case) में की गई है।
चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व एमडी और सीईओ (Former MD-CEO of ICICI bank Chanda Kochhar) रही हैं। उनके कार्यकाल में हजारों करोड़ के लोन का मामला सामने आया था। इस मामले में सीबीआई समेत तमाम एजेंसियां दोनों से पूछताछ भी कर चुकी हैं। इसके बाद अब सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।
CBI has arrested former MD & CEO of ICICI bank Chanda Kochhar & Deepak Kochhar in the alleged ICICI bank – Videocon loan fraud case
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— ANI (@ANI) December 23, 2022
चंदा कोचर पर आरोप है कि उनके सीईओ रहते हुए आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकॉन कंपनी को बड़ा लोन दिया था, जिसके बाद वीडियोकॉन कंपनी ने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की कंपनी न्यू रिन्यूएबल को 64 करोड़ रुपये का लोन दे दिया था।
उस समय वीडियोकॉन कंपनी ने 3200 करोड़ रुपये से ज्यादा का लोन लिया था। बदले में दिए गए लोन को रिश्वत के तौर पर देखा गया। वैसे भी, जो कंपनी खुद के संचालन के लिए 3200 करोड़ से ज्यादा की रकम लोन ले रही हो, वो कंपनी दूसरी कंपनियों को क्यों लोन बांटने लगी?
साल 2012 का है ये पूरा खेल
लोन में खेल का ये मामला साल 2012 का है। खास बात ये है कि जो लोन आईसीआईसीआई कंपनी ने दिया था, वो 3250 करोड़ का लोन बाद में एनपीए घोषित हो गया। ऐसे में इसे बैंक फ्रॉड समझा गया। क्योंकि, वीडियोकॉन ने जिस न्यू रिन्यूएबल कंपनी को 64 करोड़ का लोन दिया, उस कंपनी का 50 फीसदी मालिकाना हक दीपक कोचर के पास था। इस मामले का खुलासा वीडियोकॉन और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर होल्डर रहे अरविंद गुप्ता ने किया था। उन्होंने पीएम, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया और सेबी को इस बारे में पत्र लिखा था।