जनवाणी ब्यूरो |
शामली: राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर थानाभवन विधानसभा से वर्ष 2007 में पहली बार विधायक बने वारिस राव ने आखिरकार 9 वर्ष बाद घर वापसी करते हुए राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया। राव ने बुधवार को नई दिल्ली में रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के समक्ष राष्ट्रीय लोकदल की नीतियों में विश्वास जताते हुए रालोद का दामन थाम लिया।
इस दौरान राव वारिस के साथ पूर्व राज्यसभा सदस्य शाहिद सिद्दिकी और राव वारिस की अम्मी मुसर्रत बेगम भी थीं। इस अवसर पर लावारिस ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल उनका पुराना घर है। उनके वालिद मरहूम राव अब्दुल राफे पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के अनुयाई रहे हैं।
साथ ही, उनके बाद मेरा स्वर्गीय चौधरी अजीत सिंह से गहरा नाता रहा है। उन्होंने जयंत चौधरी को आश्वस्त किया कि वह रालोद की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने का काम करेंगे।