- दो दिन में छह लोग पकड़े जा चुके हैं, बड़ा रैकेट काम कर रहा था परीक्षा में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: यूपी दारोगा सीधी भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की शिकायत पर शुक्रवार को चार और मुन्नाभाइयों को पकड़ा गया। दो दिन में छह लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और छह लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। गुरुवार को दो मुन्ना भाई को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था।
दारोगा की सीधी भर्ती 2020-21 अभ्यर्थियों की बायोमैट्रिक सत्यापन के लिए पुलिस लाइन में रूम नंबर-1 में 12 मई को ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने हाथरस निवासी विकास, सुरेश, दीपक और योगेश को संदेह के आधार पर रोक लिया था। इन लोगों की फोटो और अंगूठे का मिलान मूल परीक्षार्थियों से नहीं हो रहा था। जब इन आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन लोगों ने बताया कि वे लोग दूसरों के लिये परीक्षा दे रहे थे। पूरे प्रदेश में आठ पुलिस लाइनों में दारोगा भर्ती परीक्षा के बाद प्रमाणपत्रों और अंगूठा मिलान किया जा रहा है।
चारों आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि परीक्षा माफियाओं ने मुन्नाभाइयों को उन कम्प्यूटरों में बैठाया गया था जिनका कनेक्शन माफियाओं ने सेट किया था। यही कारण था कि कम्प्यूटर में प्रश्नों के उत्तर धड़ल्ले से आ रहे थे। गौरतलब है कि बुधवार को अभ्यर्थी बनकर आये अनिल फौजदार पुत्र धर्मवीर सिंह निवासी अरौठा थाना शादाबाद जिला हाथरस और राजपाल पुत्र अशोक कुमार निवासी जंगला थाना शादाबाद जिला हाथरस बायोमैट्रिक के लिए रूम नंबर-1 में आये तो उनके अंगूठा व फोटो का मिलान किया गया तो अंगूठा व फोटो का मिलान नहीं हुआ।
जिस पर दोनों अभ्यार्थियों से मालूम किया गया तो उन लोगों ने बताया कि हम लोगों ने दारोगा भर्ती परीक्षा स्वयं न देकर दीपक, रिंकू, कृष्णगोपाल भूरी उर्फ भूरा सिंह के साथ योजना बनाकर अपने फोटो में मिक्सिंग कराकर और पहचान पत्र पर ओरिजनल के बजाय मिक्सिंग किया हुआ फोटो लगाकर रिंकू और भूरी सिंह से परीक्षा दिलवायी है। दोनों अभ्यार्थियों को मौके पर ही थाना सिविल लाइन पुलिस बुलाकर गिरफ्तार किया गया।
तिहरे हत्याकांड के आरोपी परवेज की चर्चा जोरों पर
चर्चित गुदड़ी बाजार के तिहरा हत्याकांड में एक मुख्य आरोपी परवेज को गुरुवार को अदालत द्वारा अपराध मुक्त कर दिया गया था। जिस पर वादी के अधिवक्ता विवेक कोचर ने सरकारी वकील और कोर्ट मोहर्रिर की भूमिका पर सवाल उठाए थे। शुक्रवार को कचहरी में यह मामला चर्चा का विषय रहा।
चर्चा यह भी रही की जिला शासकीय अधिवक्ता ने इस मामले में गंभीर रुख अपनाते हुए पत्र लिखकर संबंधित एडीजीसी से स्पष्टीकरण व आख्या मांगी है। वहीं, मामले में मृतकों के परिवारजन शुक्रवार को एसएसपी से मुलाकात करने पहुंचे किंतु मुलाकात न हो सकी और मुलाकात के लिए शनिवार का समय दिया गया है।