- माछरा के कासमपुर गांव का मामला, बीडीओ ने दिया जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: माछरा के कासमपुर में मनरेगा के अंतर्गत चल रहे कार्य में फर्जीवाड़े की बात सामने आई है। कार्यरत श्रमिकों ने निगरानी में लगे अधिकारियों पर रिकार्ड में अधिक श्रमिक दर्शाने का आरोप लगाते हुए जनसुनवाई पोर्टल और बीडीओ से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। सोमवार को मनरेगा श्रमिकों ने जनसुनवाई पोर्टल और बीडीओ अजय सिंह को दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि माछरा के कासमपुर गांव में मनरेगा योजना के तहत काम चल रहा है।
जिसमें किरनपाल, सूरज कुमार, पप्पू सिंह, धर्मवीर आदि श्रमिक काम कर रहे हैं। बताया कि गत सात जुलाई को काम की निगरानी में लगे जेई ने इन श्रमिकों को नर्सरी भेजकर 1200 पौधे मंगवाए और कहा कि प्रत्येक श्रमिक गड्ढे कर 25 पौधे लगाए। मनरेगा के दूसरे काम में व्यस्तता के चलते उपरोक्त श्रमिकों न मना कर दिया। जिसके बाद जेई और पंचायत सहायक ने श्रमिकों ललित सैनी, मोनू, रविंद्र कुमार, रामकुमार, शिवकुमार आदि के जॉब कार्ड लगाकर 14 कार्यदिवस में पौधे लगवाना दर्शाया।
श्रमिकों का कहना है कि 25 पौधे प्रति श्रमिक के हिसाब से 14 कार्यदिवस में पांच श्रमिक द्वारा लगाए गए पौधों की संख्या 1750 होती है। जबकि जेई ने सिर्फ 1200 पौधे मंगवाए थे। आरोप है कि जेई और पंचायत सहायक ने सेटिंग कर ऐसे श्रमिकों को भी उपस्थित दिखाया जो काम पर पहुंचे ही नहीं। आरोप है कि विरोध पर जेई व पंचायत सहायक ने कहा कि सब जगह यही चल रहा है। इस बाबत बीडीओ माछरा अजय सिंह का कहना है कि शिकायत मिली है जांच कर कार्रवाई की जाएगी।