- हापुड़ से मेरठ तक फे्रट कॉरिडोर का बेसिक ट्रैक तैयार, जनवाणी ने की ग्राउंड स्तर पर पड़ताल
रामबोल तोमर |
मेरठ: मेरठ से हापुड़ के बीच रेलवे फ्रेट कॉरिडोर का निर्माण में तेजी आ गई है। बेसिक ट्रैक तैयार हो गया है। इसके ऊपर अब लाइन बिछाने की प्रक्रिया तेजी से की जाएगी। 1500 किमी के इस रेलवे लाइन से ट्रेन फर्राटा भरेंगी। महत्वपूर्ण बात ये है कि इस लाइन पर किसी भी तरह का कोई रेलवे फाटक नहीं होगा।
यह देश का पहली रेलवे लाइन होगी। जो मेरठ व हापुड़ के बीच 1.8 किमी के क्षेत्र को लेकर विवाद बना था, उसे भी दूर कर दिया गया है। 2022 तक इसका निर्माण पूरा होगा और ट्रेन फर्राटा भरेंगी। मेरठ-हापुड़ के बीच 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका हैं। पुल भी बन गए हैं। ट्रैक के लिए बेसिक तैयार कर लिया गया है।
अब इस पर सिर्फ रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इससे पहले पत्थर के टुकड़े का बेसिक तैयार हो चुका हैं। जनवाणी ने रेलवे फ्रेट कॉरिडोर की ग्राउंड स्तर पर पहुंचकर पड़ताल की तो मौके पर 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका हैं। अब कभी भी रेलवे ट्रैक की लाइन बिछाने के लिए विशेषज्ञों की टीम इसमें लगेगी।
इसके चालू होने से माल ढुलाई की जो समस्याएं थी, वो पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट का काम मेरठ से हापुड़ के बीच एलएनटी कंपनी देख रही हैं। हापुड़ रेलवे फ्रेट कॉरिडोर में रेलवे द्वारा 1500 किमी की लाइन बनाई जा रही है, जिसमें मेरठ से हापुड़ के बीच करीब यह लाइन करीब 30 किमी रहेगी।
इस सीमा क्षेत्र में रेलवे लाइन एवं अंडरपास तैयार करने में करीब एक हजार करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसमें 500 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहित करने में लगे। करीब 300 करोड़ निर्माण में, 300 करोड़ रुपये की लागत सिग्नल, विद्युतीकरण करने में आएगी।
इसके अलावा एलएनटी कंपनी पर खुर्जा से लेकर पिलखनी सहारनपुर तक का टेंडर है। हापुड़ के पास दो जगह स्टेशन लिए हैं, जिसमें एक स्टेशन रघुनाथपुर व दूसरा न्यू हापुड़ के नाम से बनेगा। इसके अलावा दूसरा स्टेशन गांव अमीपुर नंगौला में होगा, जो न्यू पिलखुवा के नाम से होगा। मेरठ में न्यू परतापुर के नाम से स्टेशन घाट गांव के जंगल में बनेगा। मोहिउद्दीनपुर में, जंगेठी में न्यू कैंट स्टेशन के नाम से, सूरानी में न्यू दौराला, बफावत में न्यू दौराला में बनेगा।
यहां बनेंगे स्टेशन
मेरठ में न्यू परतापुर के नाम से स्टेशन घाट गांव के जंगल में बनेगा। मोहिउद्दीनपुर में, जंगेठी में न्यू कैंट स्टेशन के नाम से, सूरानी-बफावत गांव के जंगल में न्यू दौराला के नाम से स्टेशन बनेगा। स्टेशन के लिए निर्माण कार्य भी आरंभ हो गया है। इनके पिलर पर कार्य तेजी से हो रहा है। छह माह के भीतर स्टेशन को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है।
सिंगल लाइन बन रहा है रेलवे ट्रैक
रेलवे फ्रेट कॉरिडोर सिंगल लाइन ट्रैक बनेगा। स्टेशन इसलिए जगह-जगह बनाये जा रहे हैं, ताकि स्टेशन पर तीन से चार लाइन रेलवे ट्रैक बनाकर एक-दूसरी ट्रैन को निकाला जा सकेगा। स्टेशन पर ही ट्रैनों का क्रास होगा। कहीं कोई दुर्घटना नहीं हो, इसके लिए ही स्टेशन पर ट्रैनों को रोका जाएगा। पहले कहा जा रहा था कि डबल रेलवे ट्रैक बनेगा, लेकिन यह कोई प्लान में ही नहीं है।
क्योंकि पूरा ट्रैक सिंगल बनाया जा रहा है। भविष्य में भी डबल ट्रैक की कोई प्लानिंग रेलवे ने नहीं की है। क्योंकि हापुड़ और मेरठ के बीच 80 छोटे-बड़े पुलों का निर्माण किया गया है, जो सिंगल रेल लाइन के लिए बनाये गए हैं। इसमें डबल रेल लाइन की कोई प्लान ही नहीं की गई है। भविष्य में ट्रैफिक बढ़ता है तो भी डबल लाइन चाहते हुए भी नहीं की जा सकती।
ठेकेदार को बंधक बनाकर 10 लाख की सेटरिंग लूटी
गत रात्रि दर्जन भर हथियार बंद डकैतों ने फ्रेट कॉरिडोर पर काम करने वाले ठेकेदार व उसके श्रमिकों को बंधक बनाकर गन्ने के खेत में डाल दिया। डकैतों ने इसके बाद फ्रेट कॉरिडोर पर ठेकेदार की करीब 10 लाख कीमत की सेटरिंग को लूटकर ले गए। यह डकैती की घटना सूरानी के पास फ्रेट कॉरिडोर का काम कर रहे श्रमिकों व ठेकेदार के साथ घटी।
डकैती की घटना की रिपोर्ट सरधना थाने में दर्ज नहीं की गई, जिसके बाद पीड़ित सिवालखास के भाजपा विधायक जितेन्द्र सतवाई के पास पहुंचे, जहां पर भाजपा विधायक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ितों की रिपोर्ट दर्ज कर डकैतों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की।
डकैती की घटना गत रात्रि की है। प्रत्यक्षदर्शी कृष्णपाल शर्मा, देवी भान, रामबाबू व कुलदीप रोज की तरह से सूरानी में फ्रेट कॉरिडोर के पुल निर्माण का कार्य कर रहे थे। क्योंकि पुल निर्माण का रात-दिन काम चल रहा है। रात्रि करीब एक बजे दर्जन भर हथियार बंद बदमाश निर्माण स्थल पर पहुंचे। बदमाश अपने चाहनों से आये थे।
बदमाशों ने जाते ही कार्य में जुटे सभी लोगों को दबोच लिया तथा सभी को कनपटी से पिस्टल सटा दी। इसके बाद बदमाश चारों लोगों को पास में ही गन्ने के खेत में ले गए, जहां पर चारों लोगों को रस्सी से हाथ-पैर बांधकर डाल दिया। चार बदमाश उनके पास ही खड़े रहे, बाकी बदमाशों ने साइट से सेटरिंग का करीब 10 लाख का सामान डीसीएम टोयटा व अन्य गाड़ियों में भरकर ले गए।
लूटपाट का सिलसिला 2.30 बजे तक चला। इसके बाद बदमाश उन्हें बंधक अवस्था में छोड़कर चले गये। सुबह होने पर वो बंधनमुक्त हुए, जिसके बाद पूरी घटना ठेकेदार अंकुर यादव को बतायी। बदमाश इनका मोबाइल, नकदी, घड़ी व अन्य सामान भी लूटकर ले गए। सरधना पुलिस को भी इसकी सूचना दी, मगर पुलिस ने डकैती का मामला दर्ज ही नहीं किया।
इसके बाद ही लूटपाट के शिकार लोग सिवालखास विधायक जितेन्द्र सतवाई के पास पहुंचे। भाजपा विधायक ने डकैती के मामले में सरधना के इंस्पेक्टर से फोन पर बातचीत की तथा कहा कि डकैती का मुकदमा दर्ज कर बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करें। लूटी गई लाखों की सेटरिंग को बरामद किया जाएगा। बताया गया कि ये लोग फ्रेट कॉरिडोर पर पुलों का निर्माण कर रहे है। सूरानी के पास इनका पुल निर्माण का कार्य चल रहा था, जहां पर डकैती की घटना घटी।