- चारों ओर गणेश उत्सव की रहेगी धूम
- जगह-जगह सजे पंडाल साउंड सिस्टम भी हुए बुक
- जमकर हो रही बप्पा के पसंदीदा मोदक की खरीदारी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: गणपति बप्पा मोरया की गूंज शहर में गूंजना शुरु हो गया है। सिद्धि विनायक, एकदंत, बप्पा, विघ्नहर्ता न जाने कितने रुपों में भक्तों पर कृपा बरसाने को गौरी पुत्र गणेश आज पंडलों और लोगों के घरों में विराजेंगे। मिठाईयों की दुकानों पर भी बप्पा के सबसे प्रिय मिष्ठान मोदक भी बनने शुरु हो गए है, जिनकी सोमवार को जमकर खरीदारी भी की गई। शहर में करीब 150 से अधिक पंडालों में नौ दिन तक भक्तों को प्रभु दर्शन देंगे। 10वें दिन गणपति प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम किया जाएगा।
शहर में गणेश उत्सव को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। जगह-जगह गणेश प्रतिमाएं पंडालों में सजने के लिए पहुंच गई है। थापरनगर स्थित मूर्ति विक्रेता मनोज ने बताया कि मेरठ में बनाई गई गणेश प्रतिमा की दूर-दूर तक मांग है। यह मूर्तिया दिल्ली, बरेली, मुरादाबाद आदि तक जाती है। ज्योतिषाचार्य अमित गुप्ता का कहना है कि गणेश का जन्म चतुर्थी तिथि को मध्याह्नन में हुआ था। पंचाग के अनुसार 19 सितंबर का दिन गणेश स्थापना के लिए बेहद शुभ है। इस दिन रवि योग का भी शुभ संयोग बन रहा है।
गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 11 बजकर 1 मिनट से दोपहर 1 बजकर 28 मिनट तक है। क्योंकि यह समय मध्याह् काल का रहेगा, जिसमें गणेश भगवान का जन्म हुआ था। बता दें कि कुछ दिन पहले तक गणेश चतुर्थी का पर्व महाराष्ट्र में जोर-शोर से मनाया जाता था। इस दिन वहां बड़े-बड़े पंंडाल सजाए जाते थे और बप्पा के विर्जन वाले दिन देखने लायक नजारा होता था। मगर बीते कुछ दिनों से शहर में भी बप्पा का यह पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है और शहर में जगह-जगह बप्पा के पंडाल सजाए जा रहे है।
छोटे पूजा के साथ भी कर सकते हैं स्थापना
- चौकी पर स्वस्तिक बनाकर एक चुटकी चावल रखे।
- उस पर मौली लपेटी हुई सुपारी रखे और उससे गणेश की पूजा करे।
- मोदक और दुर्वा चढ़ाए।
- गणेश के दाई ओर जल से भरा कलश रखे।
- हाथ में अक्षत और फूल लेकर गणपति बप्पा का ध्यान करे।
- मूर्ति के दोनो ओर रिद्धि-सिद्धि के रुप में एक-एक सुपारी रखे।