Thursday, September 28, 2023
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यूके और ब्रिटेन के लिए भी खुल सकते हैं रास्ते

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  • दिल्ली में चल रहे उच्च शिक्षा सम्मेलन के दौरान विवि कुलपति के बीच वहां के प्रतिनिधियों के साथ हुआ संवाद
  • विश्वविद्यालय में रुसी सेंटर का हो चुका है उद्घाटन

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: ब्रिटिश काउंसिल वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली अंतरराष्ट्रीय शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने के लिए उन्नत अनुसंधान और नवाचार के लिए यूके और भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में 18 व 19 सितंबर को दिल्ली में भारत यूके उच्च शिक्षा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें यूजीसी चेयरमैन सहित देश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति व अंतराष्ट्रीय स्तर पर शोध व उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के काम करने वाले प्रो. भाग ले रहे हैं।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ से कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, प्रो. वीरपाल सिंह, प्रो. बिंदु शर्मा भी भाग लेने के लिए गए है। यूके से भी 30 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति भाग ले रहे हैं। कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थागत साझेदारियों का समर्थन, कौशल और ज्ञान विकसित, उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, शिक्षण और सीखने के माध्यम से महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूंढा जाएगा।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 14 सितंबर को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में लखनऊ स्थित राजभवन में रूस के मीनिंन विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन किया था जिस पर कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय को इस प्रकार के अनुबंध करने चाहिए। 15 सितंबर को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ में रशियन सेंटर का उद्घाटन भी हुआ था।

सम्मेलन में भाग लेने के लिए गई चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बताया यह सम्मेलन दो दिन चलेगा इन दो दिनों में कई सत्र आयोजित किए जाएंगे जिसमें वैश्विक स्तर की चुनौतियों का समाधान शोध के नए आयाम को किस प्रकार से विस्तार दिया जा सकता है चर्चा होगी साथ ही इस सम्मेलन के माध्यम से देश के विभिन्न विश्वविद्यालय के आए प्रतिनिधि मंडल ब्रिटेन से संवाद करने का अवसर प्राप्त होगा।

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कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बताया कि से प्रत्येक विश्वविद्यालय अपनी आवश्यकता एवं रुचि के अनुरूप ब्रिटेन के विश्वविद्यालय से संबंध स्थापित कर शिक्षा शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में अनुबंध हस्तांतरित कर सकेंगे। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि मंडल ने भी ब्रिटेन के लीड विश्वविद्यालय, एट्रो विश्वविद्यालय ब्रिटेन, विरसल विश्वविद्यालय ब्रिटेन के प्रतिनिधियों से कुलपति ने संवाद स्थापित किया कथा उनसे आगामी समय में गुणवत्ता परख शोध नवाचार संस्कृति के आदान-प्रदान पर चर्चा की।

ब्रिटिश काउंसिल वैश्विक चुनौतियों का सामना करने और युवाओं को उच्च गुणवत्ता वाली अंतरराष्ट्रीय शिक्षा तक पहुंच प्रदान करने के लिए उन्नत अनुसंधान और नवाचार के लिए यूके और भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों के बीच सहयोग को मजबूत करने की दिशा में 18 व 19 सितंबर को दिल्ली में भारत यूके उच्च शिक्षा सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें यूजीसी चेयरमैन सहित देश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति व अंतराष्ट्रीय स्तर पर शोध व उच्च शिक्षा में गुणवत्ता लाने के काम करने वाले प्रो. भाग ले रहे हैं।

दिल्ली में चल रहे इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला, प्रो. वीरपाल सिंह और प्रो. बिंदु शर्मा गए हुए है। यूके से भी 30 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। कार्यक्रमों के माध्यम से संस्थागत साझेदारियों का समर्थन, कौशल और ज्ञान विकसित, उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, शिक्षण और सीखने के माध्यम से महत्वपूर्ण वैश्विक चुनौतियों का समाधान ढूंढा जाएगा।

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में 14 सितंबर को कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में लखनऊ स्थित राजभवन में रूस के मीनिंन विश्वविद्यालय के साथ एमओयू साइन किया था जिस पर आनंदीबेन पटेल ने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की सराहना करते हुए कहा था कि उत्तर प्रदेश के सभी विश्वविद्यालय को इस प्रकार के अनुबंध करने चाहिए। 15 सितंबर को विश्वविद्यालय में रशियन सेंटर का उद्घाटन भी हो चुका है। सम्मेलन में भाग लेने गई विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने बताया यह सम्मेलन 2 दिन चलेगा इन दो दिनों में कई सत्र आयोजित किए जाएंगे

जिसमें वैश्विक स्तर की चुनौतियों का समाधान शोध के नए आयाम को किस प्रकार से विस्तार दिया जा सकता है पर चर्चा होगी साथ ही इस सम्मेलन के माध्यम से देश के विभिन्न विश्वविद्यालय के आए प्रतिनिधि मंडल ब्रिटेन से संवाद करने का अवसर प्राप्त होगा। वहीं उन्होंने बताया कि से प्रत्येक विश्वविद्यालय अपनी आवश्यकता एवं रुचि के अनुरूप ब्रिटेन के विश्वविद्यालय से संबंध स्थापित कर शिक्षा शोध एवं नवाचार के क्षेत्र में अनुबंध हस्तांतरित कर सकेंगे। विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि मंडल ने भी ब्रिटेन के लीड विश्वविद्यालय, एट्रो विश्वविद्यालय ब्रिटेन, विरसल विश्वविद्यालय और ब्रिटेन के प्रतिनिधियों से कुलपति ने संवाद स्थापित किया जिसमें उनसे आगामी समय में गुणवत्ता परख शोध नवाचार संस्कृति के आदान-प्रदान पर चर्चा की गई।

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