Saturday, July 27, 2024
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हमारे बीच गजल गायक पंकज उधास नहीं रहे

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जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: लंबी बीमारी के बाद 72 साल की उम्र में ली अंतिम सांस, 2006 में मिला था पद्मश्री मशहूर सिंगर पंकज उधास का आज 72 साल की उम्र में निधन हो गया है। सिंगर पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे। इसकी जानकारी उनकी बेटी ने दी है।

जानकारी के मुताबिक, बीमारी के चलते उन्हें बीते दिनों मुंबई के अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन अचानक आज दोपहर उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई और उनका निधन हो गया। पंकज उधास के परिवार ने उनके निधन की पुष्टि की है। उधास के निधन से बॉलीवुड, राजनीतिक समेत तमाम बड़ी हस्तियों में दुख का माहौल है। पकंज उधास पद्म सम्मानित थे।

पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को हुआ था। वे भारतीय गजल और पार्श्व गायक थे जो हिंदी सिनेमा और भारतीय पॉप में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1980 में आहट नामक एक गजल एल्बम से की। इसके बाद में 1981 में मुकरार, 1982 में तरन्नुम, 1983 में महफ़िल, 1984 में रॉयल अल्बर्ट हॉल में पंकज उधास लाइव, 1985 में नायाब और 1986 में आफरीन जैसी कई हिट फ़िल्में के लिए गाने रिकॉर्ड किए।

गजल गायक के रूप में उनकी सफलता के बाद उन्हें महेश भट्ट अपनी फिल्म में ​ब्रे​क दिया। ये फिल्म थी नाम। उन्हें नाम फिल्म में अभिनय करने और गाने के लिए आमंत्रित किया गया। उधास को 1986 की फिल्म नाम में गाने के बाद काफी प्रसिद्धि मिली। इसमें उनका गाना “चिट्ठी आई है” बहुत हिट हुआ।

पंकज उधास का जन्म गुजरात के जेतपुर में हुआ। वह तीन भाइयों में सबसे छोटे हैं। उनके माता-पिता केशुभाई उधास और जितुबेन उधास हैं। उनके सबसे बड़े भाई मनहर उधास ने बॉलीवुड फिल्मों में हिंदी पार्श्व गायक के रूप में कुछ सफलता हासिल की।

2006 में पद्मश्री से हुए थे सम्मानित

इसके बाद उन्होंने कई हिंदी फिल्मों के लिए पार्श्वगायन किया। दुनिया भर में एल्बम और लाइव कॉन्सर्ट ने उन्हें एक गायक के रूप में प्रसिद्धि दिलाई। 2006 में पंकज उधास को भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

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