- मूसलाधार बारिश में उमड़ रहा कांवड़ियों का सैलाब
- हरियाणा और दिल्ली के कांवड़ियों की भी हुई दस्तक
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: कांवड़ यात्रा में अजब नजारे देखने को मिल रहे हैं। रविवार को मूसलाधार बारिश के बीच रिकॉर्ड कांवड़िये गंगनहर पटरी से गुजरे। इस दौरान भगवान भेलेनाथ के जयकारों से पूरी पटरी गूंज उठी। रिमझिम बारिश के बीच युवकों से लेकर महिला, बुजुर्ग और बच्चें कांवड़ लेकर गुजरे।
समय के साथ राजस्थान के अलावा अब हरियाणा और दिल्ली के कांवड़िये भी गंगनहर पटरी से गुजरने शुरू हो गए हैं। वहीं, सेवादार भी कांवड़ियों की जमकर सेवा कर रहे हैं। सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पटरी पर छोटे वाहनों से लेकर बाइकों तक के आवागमन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है।
इस बार इंद्रदेव जमकर आशीर्वाद बरसा रहे हैं। सावन में कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए सबसे अधिक बारिश हो रही है। जिससे कांवड़ियों का सफर काफी आसान हो रहा है। कांवड़िये पूरे जोश के साथ अपने गंतव्य के साथ आगे बढ़ रहे हैं। जिनमें युवाओं से लेकर महिला, बुजुर्ग और बच्चें भी बड़ी संख्या में शामिल हैं। समय के साथ राजस्थान और मध्य प्रदेश के कांवड़ियों ने अपनी चाल तेज कर दी है।
वहीं, पटरी से अब हरियाणा और दिल्ली के कांवड़िया भी गुजरने शुरू हो गए हैं। नौजवान बड़े आकर्षक कांवड़ लेकर गुजर रहे हैं। जिससे गंगनहर पटरी पर पूरा माहौल भक्तिमय हो गया है। गंगनहर पटरी केसरिया रंग से रंग गई है। रविवार को पूरे दिन जमकर बादल बरसे। रिमझिम बारिश के बीच कांवड़ियों ने लंबा सफर तय किया। सेवादारों ने कांवड़ियों को रोकने की कोशिश की, लेकिन मौसम को देखते हुए कांवड़िये नहीं रुके।
इस कारण दिनभर सेवार शिविर खाली नजर आए। सेवादार ऐसे में भोलों की सेवा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। रास्ते में ही भोलों को प्रसाद का विरतण कर रहे हैं। गंगनहर पटरी पर सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात है। पटरी पर कांवड़ियों की संख्या को देखते हुए छोटे वाहनों के साथ बाइकों के आवागमन पर भी पूरी तरह रोक लगा दी गई है। वहीं, सुबह के समय एसडीएम जागृति अवस्थी ने पटरी का दौरा करते हुए व्यवस्था का जायजा लिया।
बारिश के बीच बोल बम से गूंजी सड़कें
मेरठ: पूरा दिन मूसलाधार बारिश ने जीवन भले ही अस्त-व्यस्त हो गया हो, लेकिन शिवभक्त कांवड़ियों के कदम नहीं रुके। बारिश के बीच सड़कों पर बोल बम बोल बम के जयकारे गुंजायमान रहे हैं। केसरिया रंग में रंगे शिवभक्त बारिश में भी अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे थे। शिवभक्तों के लिए लगाए गए शिविरों में भी शिवभक्तों की भीड़ बढ़ने लगी हैं। सेवा भी शिवभक्तों की खूब हो रही हैं। सड़कें रोशनी में नहाई हुई हैं। रोशनी ही रोशनी सड़कों पर दिखाई दे रही हैं।
हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर शिवभक्तों की आमद जनपद में आरंभ हो गई हैं। हालांकि अभी संख्या बल के हिसाब से शिवभक्तों की तादाद कम हैं, लेकिन कल तक शिवभक्तों की भीड़ यहां से होकर गुजरने वालों की बढ़ सकती हैं। क्योंकि यहां से हरियाणा और राजस्थान के शिवभक्त पवित्र गंगा जल लेकर अपने-अपने गंतव्य को लौट रहे हैं। क्योंकि दो दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है और सड़कें जलमग्न है। इस वजह से भी शिवभक्तों की संख्या कम ही आगे बढ़ रही हैं।
हालांकि कुछ शिवभक्त हैं जो रुकने के बजाय अपने गंतव्यों की ओर कदम बढ़ाते जा रहे हैं। कंधे पर कांवड़ और आसमान से बारिश की बूंदों के बीच शिवभक्त बोल-बम बोल बम का जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। तमाम शिवभक्त धर्म नगरी हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने गंतव्यों की ओर पहुंच रहे हैं। कांवड़ शिविरों में भी शिवभक्तों की सेवा शुरू हो गई है। एनएच-58 पर शिवभक्त की सेवा में शिविर लग गए हैं। वहां पर आराम की व्यवस्था भी की गई हैं।
बारिश से बचने के लिए इस बार शिवभक्तों की सेवा में जर्मन हैंगर का टेंट भी लगाये गए हैं। चिकित्सक भी शिवभक्तों की सेवा में लगे हुए हैं। बड़ी कांवड़ लेकर भी शिवभक्त आ रहे हैं। बड़ी कांवड़ दर्शकों के लिए आकर्षण का केन्द्र भी बनी हुई हैं। स्टील की टोकनी में पवित्र गंगाजल इस बार शिव भक्त लेकर आ रहे हैं। एक टोकनी में 25 लीटर पवित्र गंगा जल है। राधेश्याम ने बताया कि वह हर साल कांवड़ लेकर आते हैं। इस बार बड़ी कांवड़ ला रहे हैं, जो उसे बहुत अच्छा लग रहा हैं।