जनवाणी ब्यूरो |
हरिद्वार: शासन द्वारा पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजुम से सरकारी धन की रिकवरी के आदेश जिलाधिकारी हरिद्वार को दिए हैं। प्रभारी सचिव पंचायत राज हरीश चंद्र सेमवाल ने जिलाधिकारी हरिद्वार से कहा है कि वह जल्द कार्रवाई कर की गई कार्रवाई से शासन को अवगत कराएं।
पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजुम के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान राजेंद्र सिंह, राजकुमार और राजीव की ओर से 11 जून वर्ष 2014 को शासन को शिकायत की गई थी। जिसमें शिकायतकर्ताओं के द्वारा 10 बिंदुओं पर जांच करने की मांग की गई थी। शासन द्वारा इन सभी 10 बिंदुओं पर जांच कराई गई। जिनमें से अधिकतर आरोपों की पुष्टि हुई है।
इसमें मुख्य रुप से गोवर्धनपुर की तहबाजारी खानपुर की तह बाजारी के ठेकों में अनियमितता होना पाया गया। जिला पंचायत रुड़की के अतिथि गृह के कमरा नंबर 3 में पूर्व विधायक मोहम्मद शहजाद के ड्राइवर के द्वारा अपने साथियों के साथ 4 साल तक उपयोग किया गया। जिसमें जिला पंचायत को बड़ी आर्थिक हानि हुई।
लाइसेंस शुल्क निविदाएं में भी अनियमितताएं होने की पुष्टि जांच अधिकारी के द्वारा की गई है। जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए प्रभारी सचिव पंचायत राज हरिश्चंद्र सेमवाल ने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजुम से रूपए 310666 की रिकवरी करने के आदेश जिलाधिकारी हरिद्वार को दिए हैं।
उन्होंने कहा है कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजुम फिलहाल किसी पद पर नहीं हैं। इसीलिए उनसे सामान्य नागरिक के तौर पर यह रिकवरी जल्द से जल्द की जाए। प्रभारी पंचायती राज सचिव ने डीएम से यह भी कहा है कि की गई कार्रवाई से शासन को अवगत कराया जाए।
जानकारी के लिए बता दें कि जिला पंचायत बोर्ड की बैठकों में नियमित रूप से न आने के कारण पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अंजुम की जिला पंचायत सदस्य भी इन दिनों निलंबित चल रही है। उनके निलंबन की कार्रवाई पिछले दिनों शासन के द्वारा की गई थी। इनके साथ ही अन्य 3 सदस्य भी निलंबित किए गए थे। सूत्रों ने बताया कि यदि रिकवरी कार्रवाई में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से कोई बाधा उत्पन्न की जाती है तो शासन इस संबंध में और सख्त कदम उठाने की तैयारी में है।