जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: मोहाली में पंजाब इंटेलिजेंस के दफ्तर पर सोमवार रात को रॉकेट लांचर से किया गया हमला दिन के समय होता तो कई लोगों की जान जा सकती थी। इस इमारत में पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारियों के दफ्तर हैं। साथ ही राज्यभर से लोग अपनी शिकायतों को लेकर आते रहते हैं। इतना ही नहीं इसके पास में ही एक निजी अस्पताल व शैक्षणिक संस्थान भी हैं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, हमला करने वाले स्विफ्ट कार में आए थे और उन्होंने चलती कार से ही इमारत को निशाना बनाया था। यह वारदात सीसीटीवी में कैद हो गई है। वहीं रॉकेट लांचर से हमले की सूचना के बाद मोहाली ही नहीं बल्कि ट्राइसिटी के अधिकारी हरकत में आ गए। एसएसपी चंडीगढ़ कुलदीप सिंह चहल, एसएसपी मोहाली विवकेशील सोनी ने मौके पर पहुंचकर सारे तथ्यों की पड़ताल की।
सीएम भगवंत मान ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। उन्होंने ट्वीट किया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने डीजीपी से पूरे मामले की रिपोर्ट मांग ली है। इसके बाद पूरे पंजाब में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
चंडीगढ़-मोहाली बार्डर के पास बुड़ैल जेल के पीछे टिफिन बम मिलने से दहशत अभी दूर नहीं हुई थी कि अब दोबारा इस तरह तरह की घटना सामने आई है। हालांकि पुलिस ने उक्त मामले के बाद एहतियात के रूप में पूरे शहर के एंट्री प्वाइंट सील कर दिए थे। साथ ही बंकर तक बनाए गए थे। वहीं, अब इस तरह पुलिस की इमारत को निशाना बनाकर आरोपी खुली चुनौती पेश कर रहे हैं। इससे पहले दिन में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों से नशा तस्करी व सुरक्षा को लेकर बैठक की थी।
पुलिस ने हमले में फिल्हाल आतंकी एंगल से इंकार किया है। हालांकि एसपी से यह पूछे जाने पर कि क्या इसे आतंकवादी हमला माना जा सकता है तो मोहाली के एसपी (मुख्यालय) रविंदर पाल सिंह ने कहा कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। हम इसकी जांच कर रहे हैं।
इससे पहले मोहाली पुलिस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कह गया था कि मोहाली के सेक्टर 77 में एसएएस नगर में पंजाब पुलिस इंटेलिजेंस हेड क्वार्टर में सोमवार शाम करीब 7:45 बजे एक मामूली विस्फोट की सूचना मिली। किसी नुकसान की सूचना नहीं है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं और जांच की जा रही है। फोरेंसिक टीमों को बुलाया गया है।