- शास्त्रीनगर में ग्रीन बेल्ट खाली कराने में निगम के दोहरे मापदंड
- सरकारी दीवार गिराने वालों के खिलाफ नहीं की गई कोई कार्रवाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महानगर के पॉश इलाके शास्त्रीनगर में सड़क किनारे हरित पट्टी से अतिक्रमण हटाने में नगर निगम प्रशासन दोहरी नीति अपना रहा है। कार्रवाई के दौरान जहां हरियाली वाले स्थानों पर हथौड़ा चलाया जा रहा है, वही अतिक्रमण करने वाले कुछ लोगों को राहत दी जा रही है। उन पर कार्रवाई करना तो दूर उनके खिलाफ सरकारी निर्माण को गिराने पर भी कोई कार्रवाई तो दूर उसका संज्ञान तक नहीं लिया गया है। ऐसे में निगम के अभियान पर ही सवाल उठने लगे हैं।
तेजगढ़ी से एल-ब्लाक चौराहे तक शास्त्रीनगर में नगर निगम का ग्रीन बेल्ट से अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। इस अभियान में लगी टीम पर कार्रवाई में दोहरे मापदंड अपनाने के आरोप लग रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि के-ब्लाक में सेन्ट्रल बैंक की शाखा के सामने की हरियाली पर तो हथोड़ा चला दिया गया है, मगर उसके बराबर में ही अतिक्रमण करने वाले व्यापारी और दुकानदार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इतना ही नहीं दुकानदार और व्यापारी पर आरोप है कि उन्होंने नगर निगम द्वारा बनवाई गई सरकारी दीवार को गिरा दिया है। इसके बावजूद निगम प्रशासन की ओर से सरकारी निर्माण गिराने और कार्य में बाधा डालने वालों की हरकतों का कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। जबकि बैंक शाखा के सामने के रास्ते को बंद करने की तैयारी की जा रही है।
यह तब है जब नियमावली में बैंक और अस्पताल को इसमें छूट प्रदान की गई है। इसके बाद भी निगम प्रशासन की दोहरी नीति का दंश स्थानीय लोगों को झेलना पड़ रहा है। पूछने पर विभागीय अधिकारी जानकारी कर कार्रवाई की बात कह रहे हैं, मगर कार्रवाई होगी या नहीं यह अभी खुद में सवाल है।