- हर्रा में करीब 11 बीघा जमीन कब्जाने का मामला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बशीर खां इंटर कॉलेज हर्रा के द्वारा करीब 11 बीघा जमीन कब्जे का मामला सामने आया है। इसको लेकर सरधना तहसीलदार के यहां पर सुनवाई चल रही थी, जिसमें आरोप सिद्ध होने पर तहसीलदार न्यायिक ने इंटर कॉलेज के प्रबंधक पर जुर्माना लगा दिया है तथा तत्काल प्रभाव से जमीन खाली करने के आदेश दिये है। यही नहीं, लगाये गए जुर्माना की आरसी जारी करने के भी आदेश दिये है। तहसील प्रशासन की इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया हैं।
बशीर खां इंटर कॉलेज के प्रबंधक कुंवर मोहम्मद अली हैं। फिलहाल वह रालोद में हैं। इससे पहले सपा में थे। जिस जमीन को प्रशासन ने खाली करने के आदेश दिये हैं, उस जमीन पर वर्तमान में डिग्री कॉलेज बना दिया गया हैं। अब देखना ये है कि डिग्री कॉलेज को ही प्रशासन कब्जे में लेगा या फिर डिग्री कॉलेज को गिराया जाएगा। इसमें नगर पंचायत हर्रा की बचत की जमीन भी मिली हैं, जिसको खाली करने के लिए कहा गया हैं।
दरअसल, घपला कुछ इस तरह से किया गया कि बशीर खां इंटर कॉलेज हर्रा के प्रबंधक ने 4510 मीटर जमीन उप बंधक गय्यूर को दान में दे दी थी। ये जमीन करीब 8 वर्ष पहले दान में दिया जाना बताया गया हैं। इसके बाद उप बंधक गय्यूरसे दान में ली गई जमीन को बशीर खान इंटर कॉलेज के प्रबंधक ने खुद ही लीज पर ले लिया था। ऐसा सरकारी रिकॉर्ड बता रहा हैं। इस तरह से 4510 मीटर जमीन जो इंटर कॉलेज की जमीन थी, इसके बराबर में ही खेल का मैदान है, जो करीब सात बीघा है। इसी से सटकर नगर पंचायत हर्रा की 4.30 बीघा जमीन हैं।
इस तरह से करीब 11 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा तहसील प्रशासन ने माना है, जिसको लेकर आस मोहम्मद नामक व्यक्ति ने एक वाद तहसील न्यायालय में दायर किया था, जिसमें तहसीलदार न्यायिक नटवर सिंह ने सुनवाई करते हुए आदेश पारित कर दिये हैं। आदेशों में कहा गया है कि करीब 11 बीघा जमीन पर अवैध कब्जा साबित हो गया हैं। इसमें जमीन कब्जाने को लेकर घपला हुआ हैं। इसी को लेकर आदेश दिये गए हैं। जमीन को खाली करने तथा करीब साढ़े तीन लाख का जुर्माना इंटर कॉलेज के प्रबंधक पर लगाया गया है।
आरटीओ का सर्वर डाउन, कामकाज ठप
मेरठ: संभागीय परिवहन विभाग का सर्वर एक सप्ताह से डाउन है, जिसके चलते पूरे प्रदेश के आरटीओ आॅफिस का काम-काज ठप हो गया हैं। दरअसल, संभागीय परिवहन विभाग का सर्वर लखनऊ से संचालित होता है, जिसमें मेंटिनेस का सर्वर डाउन चल रहा हैं, जिसके चलते तमाम आॅन लाइन कार्य प्रभावित हो रहे हैं। कोई काम-काज अभी नहीं हो रहा हैं। ये दिक्कत अकेले मेरठ आरटीओ आॅफिस में ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश के आरटीओ आॅफिस में समस्या पैदा हो गयी हैं। ड्राइविंग लाइसेंस, टैक्स और गैर राज्य की एनओसी, नये वाहनों का पंजीकरण समेत तमाम कार्य आॅन लाइन ही चल रहे हैं।
आॅन लाइन होने से सुविधा जनता को मिली हैं। घर बैठकर भी आॅन लाइन टैक्स जमा करा लेते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस भी आॅन लाइन ही घर बैठकर बनवा सकते हैं। ये तमाम सुविधाएं आॅन लाइन संचालित हो रही हैं, लेकिन सर्वर डाउन होने से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बन रहे। आरटीओ हिमेश तिवारी का कहना है कि पूरे प्रदेश का सर्वर डाउन हैं। इसकी जानकारी लखनऊ के आला अफसरों को हैं। ये सर्वर एनआईसी से जुड़ा हैं, वहां कोई दिक्कत आई हैं, जिसके बाद पूरे प्रदेश का सर्वर डाउन हुआ हैं। ड्राइविंग लाइसेंस सर्वाधिक प्रभावित हो रहे हैं। हर रोज लोग उनके पास परेशानी लेकर आ रहे हैं, लेकिन सर्वर डाउन हैं, इसमें कर भी क्या सकते हैं?