होली के पर्व पर सभी समुदाय के लोग मिलते हैं और खुिशयों को अपने-अपने तरीकों से बांटते हैं। यही सीख बच्चों को भी दें। भविष्य में उन्हें टीमवर्क में काम करना होगा, ऐसे में अगर उनके मन में भेदभाव रहेगा तो काम में रुकावट आएगी। होली का पर्व भी हमें यही सिखाता है कि लोगों को जाति, रंग, जेंडर या किसी अन्य आधार पर अलग नहीं समझा जाना चाहिए।
रंगों के त्योहार होली का सबको बेसब्री से रहता है। क्या बच्चे, क्या युवा और क्या बूढ़े, सब होली के रंग में सराबोर हो जाते हैं। अगर हम इस त्योहार पर इससे जुड़ी कुछ बातों को बच्चों को समझाएं तो उनके लिए ये और अद्भूत हो जाता है। आज हम आपको यहां बता रहे हैं कुछ ऐसी ही बातें जिन्हें आप होली के मौके पर अपने बच्चों को सिखाकर उन्हें अच्छा इंसान बना सकते हैं।
होली का त्योहार हमें क्या संदेश देता है
बुराई पर अच्छाई की जीत : बच्चों को होली मनाने के पीछे की पौराणिक कथाएं बताते हुए उन्हें प्रह्लाद के बारे में बताने के साथ होलिका दहन के बारे में बताएं। उन्हें बताएं कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली हो, जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है। जिस तरह प्रह्लाद को जलाने गई शक्तिशाली होलिका खुद ही जल गई। बच्चों को बताएं कि वे भी हमेशा प्रह्लाद की तरह सच व अच्छाई के रास्ते पर चलें। अगर हम सच्चे हों तो भगवान हमारे साथ बच्चों को बताएं कि अगर हम सच्चे हैं तो हमारा हमेशा अच्छा होगा। भगवान हमारे साथ रहेंगे। उन्हें बताएं कि कैसे प्रह्लाद सच्चा था तो भगवान हमेशा उसके साथ रहे और उसे हर मुसीबत से बाहर निकाला।
अपनी ताकत पर अहंकार नहीं : अपने लाडले को होली पर ये भी सीख दें कि कभी भी अपनी ताकत पर अहंकार नहीं करना चाहिए। अगर कोई अपनी ताकत पर अहंकार करता है, तो उसका हाल हिरण्यकश्यप की तरह होता है।
रंगों का महत्व जिंदगी के लिए भी :होली पर एक और सबसे बड़ी सीख आप बच्चों को दे सकते हैं। उन्हें रंगों का महत्व बताते हुए समझाएं कि जिंदगी में भी हमेशा रंग भरके रखना चाहिए। कितनी भी मुसीबत व असफलता आ जाए, हमें निराश नहीं होना चाहिए। हमें हर परिस्थितियों में रंगों की तरह चमकते हुए रहना चाहिए। जिंदगी को हंसते हुए बिताना चाहिए।
सभी को गले लगाने की सीख : होली ऐसा त्योहार है जिसमें सभी गिले व शिकवे भुलाकर लोग दुश्मन को भी गले लगा लेते हैं। होली प्यार व भाईचारे का भी त्योहार है। अपने बच्चे को बताएं कि किसी से दुश्मनी नहीं करनी चाहिए। अगर किसी ने आपका गलत भी किया है, तो उसे मांफ करके गले लगाना चाहिए। इससे उसे अपनी गलती का अहसास होगा और आप बड़े बनेंगे। उसे सबके साथ मिलकर भाईचारे से रहने की सीख भी दें।
भेदभाव का खंडन करती है होली : होली के पर्व पर सभी समुदाय के लोग मिलते हैं और खुशियों को अपने-अपने तरीकों से बांटते हैं। यही सीख बच्चों को भी दें। भविष्य में उन्हें टीमवर्क में काम करना होगा, ऐसे में अगर उनके मन में भेदभाव रहेगा तो काम में रुकावट आएगी। होली का पर्व भी हमें यही सिखाता है कि लोगों को जाति, रंग, जेंडर या किसी अन्य आधार पर अलग नहीं समझा जाना चाहएि।
परिवार का महत्व समझ आता है
होली, साल का ऐसा त्यौहार है जिसमें लोगों को परिवार और रिश्तों के बीच रहने का मौका मलिता है। इस समय परिवार का महत्व बढ़ जाता है। बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए परिवार का साथ और प्यार होना जरूरी है। पुराने जमाने में जब संयुक्त परविार हुआ करता थे तब बच्चों को सुख-दुख बांटने के लएि बाहर के लोगों की जरूरत नहीं पड़ती थी और डिप्रेशन के मामले भी परिवार में कम देखने को मिलते थे। काम के लिए परिवार से दूर हों, तो बच्चों को इस होली अपनों के बीच रहने का मौका दें। ये बदलाव, उनके व्यक्त्त्वि को निखारने में मदद करेगा। होली के समय लोग परिवार के साथ मिलकर पकवान तैयार करते हैं, सजावट और सफाई करते हैं। इन कार्यों में बच्चों को शामिल करें, ताकि वे परिवार के साथ जुड़ाव महसूस कर सकें।