नमस्कार,दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। आजकल Wi-Fi का इस्तेमाल बहुत तेजी से हो रहा है। दफ्तरों से लेकर घरों तक में Wi-Fi लगा हुआ है। वहीं, इस वर्ष के शुरूआत में प्रधानमंत्री वाई-फाई एक्सेस नेटवर्क इंटरफेस (PM-WANI) स्कीम लॉन्च हुई थी जिसके तहत सार्वजनिक जगह यानी पब्लिक प्लेस पर लोगों को वाई-फाई की सुविधा मिल रही है। पब्लिक वाई-फाई को लेकर तमाम तरह की बातें होती हैं, लेकिन आपके लिए यह समझना बहुत जरूरी है कि इनका इस्तेमाल कितना सुरक्षित है? तो आइए जानते हैं इसके बारे में…
पब्लिक Wi-Fi क्या होता है?
सार्वजनिक जगहों पर लगाए गए वाई-फाई नेटवर्क को पब्लिक Wi-Fi कहा जाता है। आमतौर पर पब्लिक वाई-फाई रेलवे स्टेशन, होटल, कॉफी शॉप, बस स्टैंड आदि जगहों पर होते हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट पर भी इस तरह का वाई-फाई नेटवर्क मौजूद होता है। कई बार पब्लिक प्लेस के Wi-Fi फ्री होते हैं और कई बार ये पासवर्ड के जरिए सुरक्षित होते हैं। आमतौर पर लोगों को पब्लिक वाई-फाई सुरक्षित और सुविधाजनक लगता है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है।
इसको यूज करने के क्या हैं नुकसान?
इस साल अगस्त में एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि बेंगलूरू के लोगों ने 2024 के पहले छह महीनों में साइबर स्कैम के कारण 845 करोड़ रुपये खो दिए। दर्ज की गई घटनाओं में डेबिट और क्रेडिट कार्ड धोखाधड़ी के मामले सबसे ज्यादा थे, जो कुल मामलों में से 1,485 थे। स्कैम के कुल मामले 9,260 थे जिनमें अधिकांश पीड़ितों ने ऑनलाइन लेनदेन करने से पहले होटल, लाउंज और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर वाई-फाई का इस्तेमाल किया था।
असुरक्षित होने के कारण
- ओपन नेटवर्क: पब्लिक वाई-फाई में डेटा एन्क्रिप्शन की कमी होती है, जिससे आपका डेटा आसानी से एक्सेस किया जा सकता है।
- फर्जी हॉटस्पॉट: हैकर्स नकली वाई-फाई नेटवर्क बनाकर यूजर्स को फंसाते हैं।
- मैन-इन-द-मिडल अटैक: हैकर्स आपके और वाई-फाई नेटवर्क के बीच इंटरसेप्ट करके डेटा चोरी कर सकते हैं।
- मैलवेयर रिस्क: पब्लिक नेटवर्क पर अनजाने में मैलवेयर इंस्टॉल हो सकता है।