- 2000 जीवित और मौजूद लोगों को मृत व बाहरी दर्शाकर
- वोट काटने के लिए कर दिया आॅनलाइन अप्लाई
- लोकसभा मतदाता वोटर लिस्ट में भारी साजिश का पर्दाफाश
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: सिवालखास विधानसभा के मुस्लिम बाहुल्य कस्बा हर्रा में लोकसभा की वोटर लिस्ट पुनरीक्षण कार्य में भारी गड़बड़झाला देखने को मिला है। जहां जीवित और मौजूद लोगों के मृतक और बाहरी दर्शाकर वोट कटवाने के लिए पोर्टल पर अप्लाई कर दिया गया। जिसे लेकर बीएलओ जहां पशोपेश में हैं। वहीं वोटर भी हैरान हैं। हालांकि इसे लेकर बीएलओ ने आपत्ति जताते हुए संबंधित अधिकारियों से इस गड़बड़झाले की शिकायत की है। फिलहाल इस मामले को लेकर अधिकारी जहां बैकफुट पर है, वहीं बीएलओ हैरान और परेशान हैं कि आखिर हुआ तो यह सब कैसे?
सिवालखास विधानसभा के मुस्लिम बाहुल्य कस्बा हर्रा की विधानसभा की वोटर लिस्ट चल रहे हो पुनरीक्षण कार्य में भारी गड़बड़झाला देखने को मिला है। जहां बीएलओ की बिना जानकारी के मतदाता पोर्टल से लगभग 2000 ऐसे जीवित व मौजूद लोगों की वोट कटवाने के लिए मृत व बाहरी दर्शाकर आॅनलाइन अप्लाई कर दिया। लगभग 2000 से अधिक ऐसे मतदाताओं को मृत और बाहरी बताकर वोट कटवाने के लिए अप्लाई किया गया है। जबकि बीएलओ पोर्टल से इनमें से मात्र 10 परसेंट लोगों के भी वोट कटवाने के लिए अप्लाई नहीं किया गया था,
लेकिन यह संख्या बहुत ही अधिक होने के कारण बीएलओ जहां हैरान परेशान हैं तो वहीं जीवित को मृत और मौजूद लोगों को बाहरी दर्शाकर कर वोट कटवाने की इस साजिश के चलते वोटर भी काफी हैरान हैं। इसे लेकर फिलहाल जहां बीएलओ और स्थानीय अधिकारियों में खलबली मची हुई है। वहीं वोट कटने से वोटर भी काफी आहत हैं। फिलहाल इस मामले को लेकर जहां अधिकारी बैकफुट पर है तो वहीं बीएलओ और वोटर हैरान परेशान हैं। गौरतलब है कि इस समय लोकसभा चुनाव की तैयारी के चलते विधानसभा और लोकसभा की वोटर लिस्ट का पुनरीक्षण कार्य किया जा रहा है।
इसके लिए बेथ भी लगाए जा रहे हैं और बीएलओ घर-घर जाकर वोट का सत्यापन करने के साथ नई वोट बनाने और मृत व बाहरी लोगों की वोट काटने का काम कर रहे हैं, लेकिन कस्बा हर्रा की लोकसभा की सूची में कुछ बीएलओ ने आपत्ति जताते हुए बताया कि की उनके पोर्टल पर काफी संख्या में ऐसी वोट आॅनलाइन दर्शा रही हैं, जो कस्बे में मौजूद है और जीवित भी हैं, लेकिन उन्हें मृत और बाहरी दर्शाकर वोट कटवाने के लिए फॉर्म नंबर 7 आॅनलाइन अप्लाई कर दिया गया। जिसके बाद इन वोटो के पोर्टल बनाने के बाद ब्लू काफी परेशान हैं।
इसे लेकर हर्रा में बीएलओ का काम करने वाले सुषमा ने बताया कि उनके पोर्टल पर 105 वोट काटने के लिए दर्शाई गई हैं, जबकि जीनत परवीन के पोर्टल पर 133, अनीता के पोर्टल पर 89, नरेंद्र कुमार तोमर के पोर्टल पर 245, रेशमा के पोर्टल पर 213, कमला सोम के पोर्टल पर 118, गुलबहार के पोर्टल पर 98, सविता चौहान के पोर्टल पर 115, रेनू शर्मा के पोर्टल पर 221, उषा के पोर्टल पर 147, पवन कुमार के पोर्टल पर सर्वाधिक 370 वोट ऐसी आॅनलाइन अप्लाई कर दी गई जो कस्बे में मौजूद और जीवित हैं,
लेकिन उन्हे मृत और बाहरी दर्शाकर कर वोट काटने के लिए अप्लाई किया गया है। जिसे लेकर बीएलओ काफी हैरत में है तो वहीं परेशान भी है। इसे लेकर संबंधित बीएलओ ने निर्वाचन विधानसभा का कार्य देखने वाले सुपरवाइजर पंकज और विधानसभा इंचार्ज कपिल शर्मा से आपत्ति जताते हुए भारी संख्या में पोर्टल पर मृत और बाहरी लोगों को दर्शाकर वोट काटने के लिए अप्लाई के बारे में जानकारी दी है।
हालांकि इसे लेकर फिलहाल अधिकारी भी बैकफुट पर है और वहीं बीएलओ परेशान है तो दूसरी ओर कस्बे के वे लोग भी हैरान परेशान हैं। जिनके नाम जीवित और मौजूद होने के बाद मृत दर्शाकर काटने के लिए अप्लाई कर दिया गया। इसे लेकर फिलहाल कस्बे में खलबली का माहौल बना हुआ है।
कहीं मुसलमानों को मताधिकार से वंचित रखने की साजिश तो नहीं?
लगभग 2000 से अधिक कस्बे हर्रा के लोगों को बाहरी और मृत दर्शाकर वोट काटने के लिए आॅनलाइन अप्लाई कर दिया गया। इसमें किसी बडी साजिश की बू आ रही है। कस्बे के लोगों का मानना है कि कहीं मुस्लिम बाहुल्य कस्बा हर्रा में आगामी लोकसभा चुनाव में मुसलमानों को मताधिकार से वंचित करने के लिए तो मुसलमानों के भारी संख्या में वोट काटने की साजिश तो नहीं रची गई है।
इसे लेकर तरह-तरह के लोग कयास लग रहे हैं और आरोप है कि मुसलमानों की वोट से वंचित करने के लिए एक बड़ी पार्टी द्वारा यह शिगूफा रचा जा रहा है। वहीं इस पूरे प्रकरण में सुपरवाइजर पंकज कुमार का कहना है कि बीएलओ ने उन्हें इस बात की जानकारी दी है। वह मामले की जांच के लिए अधिकारियों का अवगत कराएंगे। जबकि सिवालखास विधानसभा में वाटर का कार्य देखने वाले इंचार्ज कपिल शर्मा का कहना है कि प्राइवेट पोर्टल से कोई भी मतदाता आॅनलाइन अप्लाई कर सकता है,
लेकिन यह बीएलओ का काम है की जांच के बाद उसे पर कार्रवाई करें। यदि ऐसा भारी संख्या में किया गया है तो बीएलओ इसकी जांच करके आवश्यक कार्रवाई करेंगे। इसमें कोई घबराने वाली बात नहीं है। हालांकि उन्होंने भी भारी संख्या में मृत और बाहरी दर्शाकर कर वोट काटने के लिए अप्लाई करने पर हैरत जताई है।