- विकास के लिए सामूहिक एकता बहुत जरूरी: विस अध्यक्ष, स्वर्गीय निर्भयपाल शर्मा की 75 वीं जयंती पर ऐतिहासिक कार्यक्रम
जनवाणी संवाददाता |
सहारनपुर: पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान में यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि-विकास सामूहिक एकता से होता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जो ऊर्जा मिलती है, वह बड़ा आत्मविश्वास व काम करने की प्रेरणा देती है। कोई भी जनप्रतिनिधि अपने कार्यों से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय निर्भयपाल शर्मा कर्मठ, योग्य, ईमानदार और जनसेवा के प्रति समर्पित नेता थे। यदि वह आज होते तो किसी बड़े स्थान को हासिल किए होते। बहरहाल, अब उनकी संतति के रूप में उनके बेटे राघवलखन पाल शर्मा उनके सेवा मिशन को आगे बढ़ा रहे हैं।
महाना, सोमवार को जनमंच सभागार मे्ें स्वर्गीय निर्भयपाल शर्मा की 75 वीं जयंती पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि-राजनीति में शुचित जरूरी है। विधायकों को सदन में अपने क्षेत्र के विकास के लिए आगे आना चाहिए, चाहे वह पक्ष के हों या विपक्ष के। विकास हमेशा सामूहिकता में होता है। स्वर्गीय निर्भयपाल शर्मा का पुण्य स्मरण करते हुए महाना ने कहा कि ऐसे विरले लोग होते हैं, जिन्हें दुनिया लंबे समय तक याद रखती है।तीन बार विधायक चुने गए निर्भयपाल शालीन स्वाभाव के किंतु जनहित के लिए लड़ाई लड़ने वाले नेता थे। केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान ने भी अपने संबोधन में निर्भयपाल की तारीफ की और कहा कि उनके बेटे राघवलखन पाल से उनका आत्मीय रिश्ता है।
बालियान ने कहा कि इस बार राघव चुनाव हार गए और दिल्ली में मेरा एक अच्छा पड़ोसी अब नहीं मिलता तो खलता है। उन्होंने अगले चुनाव में राघव लखन पाल को चुनकर दिल्ली भेजने का जनता से आह्वान किया। इसके पहले यूपी में लोक निर्माण राज्य मंत्री कुंवर ब्रिजेश सिंह ने कहा कि-सहारनपुर का निर्भयपाल परिवार त्याग और बलिदान की नजीर है। निर्भयपाल के आदर्शों को अपना कर हम जनसेवा में बहुत कुछ कर सकते हैं। उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। कार्यक्रम में संसदीय कार्य राज्य मंत्री जसवंत सैनी भी शरीक हुए। सैनी ने कहा कि, ‘निर्भयपाल केसाथ काम करने का उन्हें भी मौका मिला था।काफी-कुछ सीखने को मिला। उन्होंने स्वर्गीय निर्भयपाल को निडर और निर्भीक नेता बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे संत दीपांकर महाराज ने कहा कि-राघव लखन पाल शर्मा में जैसी शालीनता और मृदुलता है, और जिस तरह वह किसी के लिए खड़े रहते हैं, उससे उनका दिल्ली संसद में जाना लाजिमी है।
नेता ऐसा ही होना चाहिए। कार्यक्रम को सहजानंद जी महाराज की उपस्थिति प्राप्त हुई। इसके अलावा अनेक संत-महात्मा भी मंच पर विराजमान हुए। अंत में पूर्व सांसद राघव लखन पाल ने अपने पिता की स्मृतियों को ताजा करते हुए उनके बताए रास्ते पर चलने का संकल्प दुहराया। कहा कि-जो भी लोग आज यहां उपस्थित हुए हैं, वह सबके प्रति हम अपना आभार प्रकट करते हैं। इससे पहले राघव के भाई राहुल लखनपाल शर्मा ने अपने पिता स्वर्गीय निर्भयपाल के जीवन और उनके संघर्षों तक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। बाकयदा प्रोजेक्टर पर उनके जीवन के कई अनोखे दृश्य दिखाए गए। लगभग सभी अतिथियों का शाल उढ़ाकर सम्मान किया गया। राघव की दादी कुंतीपाल भी मंच पर मौजूद रहीं तथा उनकी मां अमृता कौर की भी पूरे समय उपस्थिति रही। कार्यक्रम करीब चार घंटे तक चला।
इनकी रही खास उपस्थिति
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, मंत्री कुंवर ब्रिजेश सिंह, मंत्री संजीव बालियान, मंत्री जसवंत सैनी, कैराना सांसद प्रदीप चौधरी, विधायक राजीव गुंबर, विधायक मुकेश चौधरी, विधायक कीरत सिंह,विधायक देवेंद्र निम, भाजपा प्रदेश मंत्री डाक्टर चंद्र मोहन, जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी मांगेराम, पूर्व जिलाध्यक्ष ब्रिजेंद्र कश्यप, सुधीर पंवार, मयंक शर्मा नवाब, भूपेंद्र शर्मा, विपिन कुमार, गौरव गर्ग इत्यादि। इसके साथ ही संतों में दीपांकर जी महाराज, स्वामी सहजानंद जी महाराज समेत आधा दर्जन संत और थे।