- 42 हजार लाभार्थियों के खातों में जल्द आ जाएगी शासन से धनराशि
जनवनि संवाददाता |
सहारनपुर: नवरात्र में मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना की प्रासंगिकता बढ़ गई है। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा वर्ष 2019-2020 में शुरू की गई इस योजना में अब लाभार्थियों की संख्या करीब चालीस हजार तक पहुंच गई है, जो कि अपने आप में उल्लेखनीय है। यह योजना बालिकाओं के लिये वरदान साबित हो रही है।
जिला प्रोबेशन अधिकारी अभिषेक पांडेय ने बताया- कन्या सुमंगला योजना राज्य सरकार की प्राथमिकताओं में है। प्रदेश सरकार ने इसे वर्ष 2019-2020 में शुरू किया था। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत जिले में अब तक 44 886 आवेदन हो चुके हैं। 42 हजार लाभार्थियों के खातेका विवरण शासन को भेजा जा चुका है। इनके खाते में योजना के तहत धनराशिजल्द हीआ जाएगी।
अभिषेक पांडेय ने बताया – एक परिवार की दो बेटियों को ही लाभ प्राप्त होगा। जुड़वां बेटी पैदा होने पर तीन बालिकाओं को भी यह लाभ मिल सकता है। उन्होंने बताया- लाभार्थियों को लाभ देने के लिये योजना को छह श्रेणियों में बांटा गया है। प्रथम श्रेणी के तहत जिन बालिकाओं का जन्म एक अप्रैल 2019 या उसके बाद हुआ हो। दूसरी श्रेणी में उन बालिकाओं को शामिल किया गया है, जिनका एक वर्ष के अंदर सम्पूर्ण टीकाकरण हो चुका है, उनका जन्म एक अप्रैल 2018 के पूर्व न हुआ हो। तीसरी श्रेणी के तहत उन बालिकाओं को शामिल किया गया है, जिन्होंने चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान प्रथम कक्षा में प्रवेश लिया हो,चौथे चरण के लिए वह बालिकाएं इस योजना का लाभ ले सकती हैं जिन्होंने वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छठी क्लास में प्रवेश लिया हो।पांचवें चरण के लिए वही बालिका इस योजना के अंतर्गत शामिल हो सकती हैं जिन्होंने वर्तमान शैक्षणिक सत्र में नौवीं क्लास में प्रवेश लिया हो।
छठे एवं अंतिम चरण के लिए वही बालिकाएं पंजीयन करवा सकती हैं, जिन्होंने ग्रेजुएशन अथवा कम से कम दो वर्ष के डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो। इनमें वह सभी बालिका प्रवेश ले सकती हैं, जिन्होंने 10वीं अथवा 12वीं के बाद डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो। इस योजना में ऐसे लोगों को शामिल किया गया है, जिनकी वार्षिक आय तीन लाख रुपये तक है। यदि किसी परिवार में जुड़वा बेटियां हुई तो वह भी इस योजना का लाभ ले सकता है। इस स्थिति में एक परिवार की तीन बेटियों को योजना का लाभ दिया जाएगा। दो जुड़वां बेटियां और एक एकल बेटी। उत्तर प्रदेश का मूल निवासी होना जरूरी है। मसलन, जो लोग उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं उन्हीं को इस योजना का लाभ मिलेगा, दूसरे प्रदेश में रहने वालेपरिवारों की बेटियों को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा।
ऐसे मिलेगी योजना की धनराशि
मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत प्रथम किस्त जन्म के समय दो हजार रुपये। दूसरी किस्त में कन्या के टीकाकरण के लिये दो हजार रुपये दिये जाएंगे। तीसरी किस्त कक्षा छह में प्रवेश लेने पर दो हजार रुपये की राशि कन्या के बैंक खाते में डाली जाएगी। चौथी किस्त कक्षा आठ में प्रवेश लेने पर दो हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे। पांचवी किस्त दो हजार रुपये कक्षा दस पास करने पर और छठी किस्त पांच हजार रुपये कक्षा 12 पास करने पर प्रदान किये जाएंगे। जिला प्रोबेशनरी अधिकारी ने बताया कि योजना का लाभ बालिकाओं को देने के लिये स्वास्थ्य विभाग बाल विकास विभाग शिक्षा विभाग का सहयोग लिया जा रहा है। लोगों को आॅनलाइन आवेदन करने के लिये जागरूक किया जा रहा है।