- कंकरखेड़ा में सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ तेंदुआ
- बाइक सवार युवक से हुआ आमना-सामना, क्षेत्र में लोग भयभीत
- 15 दिन से मेरठ क्षेत्र में घूम रहा बेखौफ तेंदुआ
- पुलिस बल और वन विभाग की टीम ने चलाया सर्च अभियान
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: मैं अभी कहीं गया नहीं हूं…मैं क्रांतिधरा पर ही मौजूद हूं…ये बात घर से निकलते वक्त खासतौर यदि रात में घर से निकल रहे हैं तो ध्यान रखा जाए। महानगर के कुछ आउटर एरिया में तेंदुए का खौफ कायम है। इसके घर से लोग शाम होते ही खुद को घरों में कैद कर लेते हैं। तेंदुआ सीसीटीवी में तो कैद हो रहा है, लेकिन अनगिनत सूचनाओं के बाद भी अभी तक वन विभाग तेंदुए तक पहुंच नहीं सका है। उसके खौफ का आलम यह है कि जिस इलाके में उसकी मौजूदगी दर्ज हो रही है वहां लोगों ने मार्निंग वॉक और किसानों ने खेतों पर जाना बंद कर दिया है।
वहीं, तेंदुए की जो तस्वीर सीसीटीवी में अब तक कैद हुई हैं। उनमें वह जंगल की मानिंद टहलता हुआ नजर आ रहा है। क्षेत्र में आर्यनगर, तुलसी कालोनी सहित कई कॉलोनी के घरों में रात के समय तेंदुआ घूमता दिखाई दिया। जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। सरधना रोड पर शुक्रवार सुबह करीब 5:45 बजे बाइक सवारी युवक से तेंदुए से आमना-सामना हो गया, लेकिन तेंदुआ छलांग मारकर भाग गया। यह घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई।
निशान मिले, तेंदुआ नहीं
कंकरखेड़ा पुलिस और वन विभाग की टीम ने सर्च अभियान चलाया। उसके खेतों में पैरों के निशान तो मिले, लेकिन पूरे दिन तेंदुए का कोई सुराग न लगा। तेंदुए की दस्तक से कंकरखेड़ा क्षेत्र के लोग भयभीत है। बताया गया गुरुवार रात करीब 12 बजे राठी नर्सिंग होम की चादरों की छत पर तेज आवाज हुई। इसके बाद स्टाफ ने मौके पर जाकर देखा तो वहां कुछ नहीं दिखाई दिया।
चहल-कदमी से दहशत
देर रात तुलसी कालोनी निवासी राजीव गुप्ता के मकान में तेंदुआ घुस गया और अंदर घूमता रहा। सीसीटीवी कैमरे में यहां भी तेंदुआ कैद हो गया। वहीं, दूसरी ओर आर्यनगर में विनय गुप्ता और अभय सांगवान के मकान में भी तेंदुआ घुस गया था। सुबह के समय तेंदुआ अभय सांगवान और अन्य लोगों के मकान के पिछले हिस्से में खेतों में घुसा बताया गया है। शुक्रवार सुबह करीब 6:30 बजे वन विभाग की टीम और कंकरखेड़ा पुलिस बल मौके पर पहुंचा तो उन्होंने खेतों में तेंदुए के पद चिन्ह दिखाई दिए।
सर्च अभियान के दौरान शुक्रवार सुबह वन विभाग की टीम को तेंदुआ नहीं दिखाई दिया। जिसके बाद टीम वापस लौट गई। शुक्रवार शाम को वन विभाग की टीम और कंकरखेड़ा पुलिस बल ने सर्च अभियान चलाया। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे टीम ने सर्च अभियान चलाया। उन्हें तेंदुए के पंजे के निशान मिले, लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। इस दौरान टीम ने कई स्थानों पर सर्च कैमरे लगा दिए हैं।
जिससे उनकी पकड़ में आ जाए। एक घंटा सर्च अभियान चलाने के बाद टीम वापस लौट गई। क्षेत्र के लोगों में इसलिए व्याप्त हो गया है कि 15 दिन से तेंदुआ कैंट, देहात के गांव में और कंकरखेड़ा में देखा जा चुका है, लेकिन वह अभी तक नहीं पकड़ा गया।
जल्द पकड़ने की मांग
कंकरखेड़ा का जिस क्षेत्र में तेंदुआ देखा गया है। उस क्षेत्र में कई स्कूल है। शुक्रवार सुबह जब तेंदुआ देखा गया तो लोगों में दहशत हो गई और अपने बच्चों को स्कूल से लाने के लिए दौड़ने लगे। लोगों को दहशत हो गई कि कही स्कूल में तेंदुआ ना घुस जाए।
स्कूल से बच्चों को लेकर आए
तुलसी कालोनी निवासी अनिल चिकारा का कहना है कि लोगों में दहशत है। आसपास में कई स्कूल है। उसकी बिटियां भी स्कूल पढ़ने गई थी। तेंदुए की सूचना के बाद वह बिटियों को स्कूल से ले आए।
हमले का सता रहा डर
रालोद नेता गौरव जिटौली का कहना है कि तेंदुआ जल्दी पकड़ा जाना चाहिए। क्षेत्र के लोगों में तेंदुए की दस्तक से दहशत फैल गई है। कंकरखेड़ा क्षेत्र से सटे गांव के लोग खेतों में जाने से कतरा रहे हैं। उन्हें डर है कि तेंदुआ हमला न कर दे।
कहीं तेंदुआ इधर ही न आ जाए
संत विहार निवासी विनय चौधरी का कहना है कि तेंदुए की दस्तक कंकरखेड़ा में भय व्याप्त हो गया हैं। संत विहार की तरफ मकान के अलावा खेत भी है, लोगों में आशंका है कि तेंदुआ कहीं इधर में आ जाए। बस ये ही खौफ सता रहा है।