- भैंसाली मैदान में चल रही श्रीराम कथा का हुआ समापन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: बुजुर्गों की बात अगर नौजवानों को पसंद आए तो घर-घर सुंदरकांड हो जाएगा। चिन्मयानंद बापू ने भैंसाली मैदान में चल रही श्रीराम कथा के विराम दिवस में कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वन की यात्रा पर भगवान ने अपना मार्ग वाल्मीकि ऋषि से पूछा। जबकि परमात्मा सर्व जगह व्याप्त है और सर्वत्र परमात्मा के अधीन है फिर भी अपना मार्ग किसी योग्य महापुरुष से पूछ कर परमात्मा ने हमें यह संदेश दिया कि जब भी हम जीवन में कोई भी कार्य करें तो हमें किसी योग्य सद्गुरु के सानिध्य में जाकर ही उस कार्य करने की प्रक्रिया पूछनी चाहिए।
अपने धर्म को छोड़कर दूसरे धर्म में शामिल होने वाली बात पर कहा हमें बच्चों पर विशेष नजर रखनी चाहिए। चालाक लोग बच्चों को गुमराह कर रहे हैं। ऐसे लोगों से सावधान रहें जो गलत परिचय देकर स्वार्थ सिद्ध करते हैं। हमे सदगुरु जैसा निर्देश दें वैसा ही कार्य हमें करना चाहिए। इसीलिए परमात्मा ने अपना मार्ग वाल्मीकि ऋषि से पूछा और उनके कहने पर ही भगवान ने चित्रकूट में अपना प्रवास बनाया। कथा को भरत चरित्र की ओर बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि इस धरती पर हर असत्य चीज सत्य हो सकती है लेकिन दुनिया में भरत जैसा भाई मिलना असंभव है।
आज भी चित्रकूट में भगवान राम और भरत के प्रेम के कारण पत्थर पिघल गए जिसके प्रमाण आज भी चित्रकूट में देखने को मिलते हैं। राम और भरत का प्रेम आज के समय में हर परिवार में भाइयों को आपस में कैसे रहना चाहिए कैसे एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए यह शिक्षा भरत जी के चरित्र से हमें लेनी चाहिए। सुंदरकांड की कथा सुनाते हुए कहा कि सुंदरकांड के शुभारंभ में जामवंत की बात हनुमान जी को पसंद आई। इसका मतलब यह है यदि हर नौजवान को बुजुर्गों की बात समझ में और पसंद आने लगे तो प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के कारण सुंदर हो सकते हैं।
हनुमान जी की कथा को सुनाते हुए उन्होंने कहा कि लंका नगरी पहुंचकर पूरी सूझबूझ के साथ मां सीता का पता और बुद्धि और विवेक का इस्तेमाल करते हुए प्रभु राम की वीरता का एहसास हनुमान जी ने रावण को कराया। बाद में कथा के माध्यम से प्रभु राम का राज्याभिषेक धूमधाम से संपन्न हुआ। बापू ने मेरठ की धरा के सभी हिंदू सनातन परिवारों का हृदय से धन्यवाद आभार व्यक्त किया कथा को इतना सफल बनाने के लिए आयोजन समिति का भी धन्यवाद दिया और व्यासपीठ से अपनी प्रसन्नता व्यक्त की।
आयोजक मंडल में कथा अध्यक्ष डॉ. राम कुमार गुप्ता, मुख्य यजमान रवि महेश्वरी, मुख्य संयोजक ज्ञानेंद्र अग्रवाल, संयोजक हर्ष गोयल महामंत्री अमित गर्ग मूर्ति, जय प्रकाश अग्रवाल, एमपीएस ग्रुप की कुसुम शास्त्री, स्वागत अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, मीडिया प्रभारी अमित शर्मा प्रचार मंत्री संजीव गुप्ता उपस्थित रहे।
श्रीराम कथा का प्रसाद लेने भीड़ उमड़ी
भैंसाली मैदान में श्रीराम कथा के समापन के अवसर पर आयोजित भंडारे में प्रसाद ग्रहण करने के लिये सैकड़ों की तादाद में लोग उपस्थित हुए। भंडारे के आयोजक जय प्रकाश अग्रवाल, अनिल जैन, अमन अग्रवाल और अपार अग्रवाल थे। प्रसाद लेने वालों में सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, ज्ञानेन्द्र अग्रवाल, अमित गर्ग मूर्ति, सरदार दलजीत सिंह, अनिल अग्रवाल, सुनील अग्रवाल आदि मौजूद रहे।