- कुछ मिलों को गन्ने के अभाव का करना पड़ रहा सामना
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ परिक्षेत्र से संबंधित 16 मिलों में से अधिकांश ने पेराई सत्र 2023-24 का शुभारंभ कर दिया है। अभी मेरठ की मोहिउद्दीनपुर और अनूपशहर की मिलों को दीपावली के बाद चलाए जाने की संभावना है। इस बीच कुछ मिलें ऐसी भी हैं, जिन्हें गन्ने के अभाव का सामना भी करना पड़ रहा है। मिलों के पेराई सत्र शुरू होने के साथ-साथ कुछ स्थानों से घटतौली की शिकायतें भी गन्ना भवन पहुंचना शुरू हो गई है।
उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र और जिला गन्ना अधिकारी डा. दुष्यंत कुमार से मिली जानकारी के मुताबिक मेरठ जनपद और परिक्षेत्र की अधिकांश चीनी मिलों ने दीपावली से पूर्व ही पेराई सत्र का शुभारंभ कर दिया है। अभी मोहिउद्दीनपुर मिल के चलने में 15 नवंबर तक का समय लग सकता है। जबकि अनूपशहर की ओर से दिए गए शेड्यूल के अनुसार शुक्रवार से पेराई सत्र शुरू किया जा सकता है। मिलों ने हालांकि पेराई सत्र शुरू कर दिए हैं, लेकिन किसानों और मजदूरों के दीपावली पर्व की तैयारियों में व्यस्त होने के कारण अभी मिलों को अपेक्षित मात्रा में गन्ने की आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
इसको देखते हुए मुख्य रूप से साबितगढ़, मोदीनगर, रमाला में गन्ने का इंडेंट बढ़ाए जाने के लिए चेक लगा हुआ है। उप गन्ना आयुक्त राजेश मिश्र का कहना है कि दीवाली के बाद गन्ना भुगतान शुरू हो जाए, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि गन्ने की पेराई से लेकर चीनी बनने और उसके मार्केट तक पहुंचने में अधिकतम एक सप्ताह का समय लगता है। इसी संभावना को देखते हुए मिल प्रबंधन से बात करके यथा संभव गन्ना भुगतान किसानों के खातों में पहुंचाने की शुरुआत कराई जा रही है।
यहा यह तथ्य भी उल्लेखनीय है कि अभी मिलों का पेराई सत्र शुरू ही हुआ है, कि इस बीच गन्ना भवन तक घ्ज्ञटतौली की शिकायतें पहुंचना भी शुरू हो गई हैं। जिनमें मिल गेट तक घटतौली करने का आरोप लगाया गया है। उप गन्ना आयुक्त का कहना है कि शिकायतकर्ता एक बोगी में सात कुंतल तक की घटतौली की बात कह रहा है, जो किसी भी प्रकार संभव नहीं है। उनका कहना है कि मिलों के क्रय केन्द्र से लेकर गेट तक गन्ने की सही तौल के संबंध में सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। अगर कहीं से इस प्रकार की शिकायत मिलती है, तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।